दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में रविवार शाम एक फैक्ट्री के सेप्टिक टैंक में सफाई के लिए करने उतरे पांच मजदूरों में से दो की मौत हो गई। दमकल कर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी सफाईकर्मियों को बाहर निकाला। इन मजदूरों को बेहोशी की हालत में बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्तपताल में डॉक्टर्स ने दो को मृत घोषित कर दिया। वहीं तीन को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर फैक्ट्री मालिक को हिरासत में ले लिया है। जांच में पता चला है कि सभी मजदूर बिना जरूरी सुरक्षा उपकरणों के ही सेप्टिक टैंक में उतरे थे, जबकि मैनुअल सफाई पर प्रतिबंध है।
राजधानी में बीते एक सप्ताह में यह दूसरी घटना है। इससे पहले बदरपुर इलाके में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान मकान मालिक और मजदूर की मौत हो गई थी। शाम करीब सात बजे पुलिस व दमकल विभाग को जीटी करनाल रोड, गोल्ड फैक्टरी, हंस सिनेमा के सामने एक सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान पांच मजदूरों के बेहोश होने की जानकारी मिली।
सूचना मिलने के बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और एक-एक कर सभी को बाहर निकालना शुरू किया। तीन मजदूरों को तुरंत निकाल लिया गया, जबकि दो मजदूर काफी नीचे तक फंसे हुए थे। इन्हें निकालने के बाद सभी को बाबू जगजीवन राम अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन दो मजदूरों की जान नहीं बचाई जा सकी।
नियम के मुताबिक सीवर या सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले मजदूरों के पास ऑक्सीजन मास्क, हेलमेट, ग्लव्स आदि जैसे जरूरी सुरक्षा उपाय होने चाहिए, लेकिन इन मजदूरों के पास कुछ भी नहीं था। फैक्ट्री मालिक ने उन्हें सेप्टिक टैंक में ऐसे ही उतार दिया था। फिलहाल दिल्ली पुलिस मुकदमा दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है।