इसे रोजगार का संकट कहें या फिर सरकारी नौकरी के प्रति दिवानगी। बिहार विधानसभा में ग्रुप C और ग्रुप D के 136 पदों के लिए 5 लाख से अधिक आवेदन आए हैं। वहीं दूसरी चौकाने वाली बात यह है कि नाइट-गार्ड, दरबान, सफाईकर्मी और माली के इन पदों के लिए आवेदकों में इंजीनियर, एमबीए, एमए और ग्रेजुएट लोगों की संख्या लाखोंं में है।
बिहार विधानसभा में इन दिनों नाइट-गार्ड, दरबान, सफाईकर्मी, माली आदि के 136 पदों के लिए इंटरव्यू का दौर चल रहा है। नौकरी की तलाश में बीटेक, एमबीए, एमए और बीए पास लाखों युवाओं ने इस फोर्थ ग्रेड के पद के लिए आवेदन कर रखा है। हाल यह है कि सौ से कुछ ज्यादा पदों की भर्ती के लिए 5 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं। साक्षात्कार देने आए अभ्यर्थियों में कई ऐसे भी हैं जो बीपीएससी के मेंस यानी मुख्य परीक्षा तक का सफर तय कर चुके हैं तो कई ऐसे भी हैं जो दारोगा की मुख्य परीक्षा में बैठ चुके हैं।
सीट से कई गुणा ज्यादा आवेदन
विधानसभा में चतुर्थ श्रेणी के पद पर नौकरी पाने के लिए जहां जरूरत महज 10वीं पास की है, वहां हाइयर एजुकेशन वाले भी कतार में हैं। पुराना सचिवालय में इन दिनों चल रहे साक्षात्कार के लिए सुबह से शाम तक कतार लगी रहती है। पढ़े-लिखे बेरोजगार अपनी बारी के इंतजार में रहते हैं। इस पद के लिए उम्र सीमा 18 से 37 वर्ष है। इस बहाली के लिए जरूरत है सिर्फ 10वीं पास की, लेकिन गुरुवार को पहुंचे आवेदकों में 90 प्रतिशत से न सिर्फ ग्रेजुएट थे बल्कि बीटेक, एमए या एमबीए पास भी। इसलिए 136 पदों के लिए 5 लाख से ज्यादा आवेदन आए हैं।
आवेदक ज्यादा, 4 महीने चलेगी भर्ती
आवेदकों की संख्या ज्यादा होने की वजह से बहाली प्रक्रिया भी लंबी चलने वाली है। फोर्ड ग्रेड के इन पदों पर होने वाला साक्षात्कार नवंबर से शुरू होकर फरवरी तक चलेगा। इसलिए हर रोज 3000 अभ्यर्थी साक्षात्कार देने पहुंच रहे हैं। इन पदों के लिए वेतनमान सातवें वेतन आयोग के मुताबिक 18000-56,900 रुपए तक है. इसलिए बेरोजगारी झेल रहे युवाओं की यह फौज इंटरव्यू देने पहुंच रही है।