Kanpur shelter home: कुछ दिनों पहले ही कानपुर (Kanpur) के स्वरूप नगर स्थित बालिका गृह की बालिकाओं के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। कोरोना जांच के दौरान संरक्षण गृह की सात लड़कियाँ गर्भवती पाई गईं जबकि एक में एचआईवी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
गर्भवती होने की पुष्टि होने के बाद खलबली मच गई है। बीते चार दिनों में अबतक 57 संवासिनी कोरोना संक्रमित मिली हैं। जब कोविड-19 (Covid-19) के इलाज के लिए संक्रमित बालिकाओं को रामा मेडिकल कॉलेज भेजा गया तो वहां जांच में इस बात का खुलासा हुआ।
गर्भवती होने के साथ ही एक एचआईवी (HIV) से और दूसरी हेपेटाइटिस सी के संक्रमण से भी ग्रसित है। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन में भी हडकंप मच गया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार भी सवालों के घेरे में आ गई है। इस पूरे मामले में कानपुर के SSP दिनेश कुमार पी. का कहना है कि इनमें से दो लड़कियां शेल्टर होम आने से पहले ही प्रेग्नेंट थीं।
जिसमें आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज है। एक लड़की कन्नौज तो दूसरी आगरा से आई थी, इस मामले को बेवजह मामले को गलत मोड़ दिया जा रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर का कहना है कि इस पूरे मामले को सीएम ने संज्ञान में लिया है। सीएम ने कानपुर डीएम से बात की है और इसकी जांच की जा रही है।
महिला आयोग की सदस्य ने कहा कि राजकीय बालगृह में 55 बालिकाएं संक्रमित मिली है। बालिका गृह में काफी लड़कियां पॉक्सो ऐक्ट में आती हैं। जब बच्चियों को हैलट अस्पताल भेजा गया था तो हमारा स्टॉफ भी साथ में गया था तो किसी के सम्पर्क में आ कर संक्रमण फैला होगा। राजकीय बालगृह में किसी भी पुरुष का जाना वर्जित है, वहां पर मेरा स्वयं का भी दौरा होता रहता है। आप लोग इसे अन्यथा नहीं लें।
फिलहाल बालिका गृह को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। बालिका गृह के स्टॉफ को क्वारंटीन कराया गया है। इससे पहले डॉक्टरों के पास दोनों किशारियों की किसी भी प्रकार की बैक हिस्ट्री नहीं थी। डॉक्टरों ने दोनों गर्भवती किशोरियों की बैक हिस्ट्री को समझने के लिए अधिकारियों से संपर्क किया। इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज बालिका गृह में हैं।