73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा तथा तीन रंगों वाला साफा पहने मोदी जब समारोह स्थल पर पहुंचे तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया। लाल किले पर पहुंचने से पहले मोदी राजघाट गए और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देशव़ासियों को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन की बधाई दी। उन्होंने देश के कई हिस्सों में आई बाढ़ पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि लोगों की कठिनाइयों को कम करने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। PM मोदी ने कहा कि तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल और उन्हें प्रभावी नेतृत्व मुहैया कराने के लिये ‘चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया जाएगा, इससे सेना और अधिक प्रभावी होगी। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान किसानों, प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों, डॉक्टरों, मुस्लिम महिलाओं समेत कई मुख्य बिंदुओं का जिक्र किया।
PM मोदी के संबोधन की खास बातें…
– मेरे प्यारे देशवासियों, स्वतंत्रता दिवस के इस पवित्र दिवस पर सभी देशवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं। आज रक्षाबंधन का भी पर्व है। सदियों से चली आ रही परंपरा भाई-बहन के प्यार को अभिव्यक्त करती है। मैं सभी देशवासियों और भाई बहनों को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर अनेक-अनेक शुभकामना देता हूं।
– आज जब देश आजादी का पर्व मना रहा है उसी समय देश के अनेक भागों में अति वर्षा, बाढ़ के कारण लोग कठिनाइयों से जूझ रहे हैं। कई लोगों ने अपने स्वजन खोये हैं, मैं उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।
– ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र लेकर हम चले थे लेकिन 5 साल में ही देशवासियों ने ‘सबका विश्वास’ के रंग से पूरे माहौल को रंग दिया।
– समस्याओं का जब समाधान होता है तो स्वावलंबन का भाव पैदा होता है, समाधान से स्वालंबन की ओर गति बढ़ती है। जब स्वावलंबन होता है तो अपने आपका स्वाभिमान उजागर होता है और स्वाभिमान का सामर्थ्य बहुत होता है।
– मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया, आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी कानून में संशोधन किया गया।
– पांच साल पहले लोग हमेशा सोचते थे कि ‘क्या देश बदलेगा’ या ‘क्या बदलाव हो सकता है’? अब लोग कहते हैं कि- हां, मेरा देश बदल सकता है।
– अनुच्छेद 370 को खत्म करके सरदार पटेल के सपने को पूरा किया। 370 पर हर दल के लोगों का समर्थन मिला। 370 की वकालत करने वालों से देश सवाल पूछ रहा है। 370 जरूरी था तो स्थाई क्यों नहीं किया गया?
– देश आजाद होने के बाद से इतने वर्षों में देश की शांति और सुरक्षा के लिए अनेक लोगों ने अपना योगदान दिया है। आज मैं उन सबको भी नमन करता हूं। नयी सरकार को 10 हफ्ते भी नहीं हुए हैं, लेकिन इस छोटे से कार्यकाल में सभी क्षेत्रों में हर प्रयास को बल दिए गए हैं, हम पूरे समर्पण के साथ सेवारत हैं।
– अगर 2014 से 2019 आवश्यकताओं की पूरी का दौर था तो 2019 के बाद का कालखंड देशवासियों की आकांक्षाओं की पूर्ति का कालखंड है, उनके सपनों को पूरा करने का कालखंड है।
– किसानों और छोटे व्यापारियों को 60 वर्ष की आयु के बाद आर्थिक सहारा देने के लिए पेंशन का प्रावधान किया गया है। जल संकट से निपटने के लिए, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर योजनाएं बनाएं, इसके लिए एक अलग जल शक्ति मंत्रालय का गठन किया गया है।