दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता मोहित सिंह ने बॉलीवुड कलाकार, सुशांत सिंह राजपूत की दुखद मौत पर की गई अपमानजनक रिपोर्टिंग के लिए इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन और प्रधान संपादक को कानूनी नोटिस भेजा है।
दरअसल, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की कवरेज के दौरान न्यूज चैनल आजतक ने एक प्रोग्राम दिखाया, जिसमें क्रिकेट मैच के दौरान “हिट-विकेट” के साथ अभिनेता की मौत की तुलना की गई। शो के दौरान यह टिकर टीवी स्क्रीन पर चलता रहा। सोशल मीडिया पर आज तक के इस हेडलाइन के विरोध में कई ट्वीट पोस्ट किए गए।
आजतक के इस शो से लोगों को ऐसा लगा कि चैनल ने अभिनेता सुशांत की आत्महत्या को क्रिकेट में एक बल्लेबाज के हिट विकेट होने से जोड़ा जाना संवेदनहीन और पत्रकारिता के मानकों खिलाफ है। क्रिकेट के खेल में कोई बल्लेबाज गेंद का सामना करते हुए अपने बल्ले या अपने शरीर के किसी भी हिस्से से अपना विकेट खुद ही हिट करते हुए आउट हो जाता है तो उसे हिट विकेट कहा जाता है। लेकिन, ये खेल तक सही है। किसी की ज़िंदगी और मौत से इसे जोड़ना सरासर बेवकूफी है।
We are Boycott AajTak.
Do you?
RT if you do.#ShameOnAajTak pic.twitter.com/rztgwkcYGL
— Pushpendra Kulshreshtha (@iArmySupporter) June 14, 2020
इस तरह की भाषा का लापरवाही से उपयोग यह दर्शाता है कि चैनल जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को सही से नहीं निभाया है। ऐसी परिस्थितियों में, चैनल द्वारा प्रसारित की गई काल्पनिक, असंपुष्ट खबरें अभिनेता पर सवाल उठाती हैं।
मोहित सिंह सिंह ने नोटिस में आरोप लगाया कि चैनल ने आलोचनात्मक प्रकृति की एक घटना पर लापरवाही से टिप्पणी करने के अलावा, समाचार चैनल ने आत्महत्या के कृत्य को “सामान्यीकृत” भी किया है।
#ShameOnAajTak | This is not Journalism. It's just a bunch of vultures at work! pic.twitter.com/cuS2UGMAqc
— An Open Letter ? (@AnOpenLetter001) June 14, 2020
जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, उनमें यह बताया है कि आत्महत्या करने का कृत्य कायरता का कार्य है और इसे एक नजर से देखा जाना चाहिए। सार्वजनिक मंच के ऐसा करना, विशेष रूप से जिसे बहुत अधिक संख्या में दर्शक देखते हैं।
ऐसा करना आईपीसी की धारा 500 के तहत मानहानि के अपराध का गठन करता है। सिंह ने चैनल को अपने बयान को वापस लेने औरमानसिक स्थिति के बारे में गलत सूचना को बढ़ावा देने और फैलाने के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
#ShameOnAajTak
This is not the first time media is spreading this shitt..Just to gain some TRPs stop making jokes of someone's life.. pic.twitter.com/oKO6PHoMx9
— Adarshh? (@useless_boiii) June 14, 2020
अगर चैनल ऐसा नहीं करता तो इंडिया टुडे ग्रुप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नोटिस में कहा गया है कि इस कानूनी नोटिस के द्वारा आपको उपरोक्त कथन को वापस लेने की आवश्यकता है।
इसके साथ ही आपके चैनल पर प्रदर्शित किए गए समान प्रकृति के किसी भी अन्य स्टेटमेंट को हर हाल में वापस लिया जाना चाहिए और आपके अप्रिय कार्य के लिए आपको बिना शर्त सार्वजनिक माफीनामा जारी करना चाहिए।
इस माफीनामे में आप अपने चैनल द्वारा की गई गलती की जिम्मेदारी लें और यह कहें कि आत्महत्या की खबरें पुलिस द्वारा की जाने वाली टिप्पणी मात्र है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।