भुवनेश्वर, 5 फरवरी (आईएएनएस)। पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के साथ चल रहे सीमा विवाद के बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शुक्रवार को कोरापुट जिले के कोटिया क्षेत्र में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री ने पोटांगी ब्लॉक के अंतर्गत कोटिया ग्राम पंचायत में 21 विवादित गांवों के विकास के लिए 150 करोड़ रुपये की चल रही परियोजनाओं के अलावा, 18 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
ओडिशा ने यह कदम आंध्र प्रदेश द्वारा कोटिया पंचायत के तीन गांवों में पंचायत चुनाव की घोषणा के कुछ दिनों बाद उठाया है। आंध्र प्रदेश में चुनाव के लिए तय तारीखें 13 और 17 फरवरी हैं।
चुनाव की अधिसूचना में, इसमें सलूर ब्लॉक के अंतर्गत तालगंजईपदर, फतुसनेरी और फागुनसनेरी गांवों को शामिल किया गया है।
इस अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए, पटनायक ने घोषणा की कि कोटिया को एक मॉडल पंचायत में बदला जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह बहुत जल्द कोटिया क्षेत्र का दौरा करेंगे और वहां के लोगों से मिलेंगे।
उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार, पेयजल और बिजली की व्यवस्था को क्षेत्र में पहले ही लागू कर दिया है। कोटिया को एक मॉडल पंचायत में बदलने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
आंध्र प्रदेश सरकार की ओर से कोटिया में पंचायत चुनाव कराने की घोषणा के बाद, ओडिशा सरकार ने गुरुवार को कोरापुट कलेक्टर मधुसूदन मिश्रा को स्थानांतरित कर दिया और मोहम्मद अब्दाल अख्तर को नया कोरापुट कलेक्टर नियुक्त किया।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने विवाद को सुलझाने के लिए ठोस कदम उठाने में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरसिंघ मिश्रा ने कहा, कोटिया में ओडिशा-आंध्र सीमा मुद्दा लंबे समय से विवादित है और कलेक्टर का स्थानांतरण मात्र इस समस्या का हल नहीं है। यदि मुख्यमंत्री राज्य की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते, तो यह साबित होता है कि उनका नेतृत्व कमजोर है।
कोरापुट जिले के कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति ने कहा कि क्षेत्र के स्थानीय लोगों का झुकाव भी पड़ोसी राज्य की ओर है, क्योंकि ओडिशा सरकार ने यहां कोई ठोस विकास कार्य नहीं किया है।
मुख्यमंत्री को कोटिया का दौरा करना चाहिए और स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए।
–आईएएनएस
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