आर.के. पुरम में शिफ्टिंग की वजह से गिरा वोट प्रतिशत

  • Follow Newsd Hindi On  

नई दिल्ली, 8 फरवरी (आईएएनएस)| दिल्ली विधानसभा चुनाव में आर. के. पुरम सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच कड़ी टक्कर है। आर. के. पुरम सीट से आप की तरफ से एक बार फिर प्रमिला टोकस मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने अनिल शर्मा को टिकट दिया है। अनिल शर्मा साल 2015 में भी आर. के. पुरम से भाजपा प्रत्याशी रह चुके हैं और साल 2013 के चुनाव में आर. के. पुरम से विधायक भी बन चुके हैं। कांग्रेस की तरफ से प्रियंका सिंह चुनाव लड़ रही हैं। नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली आर. के. पुरम विधानसभा सीट पर कुल 50 फीसदी के आसपास मतदान की खबर है। बताया जा रहा है कि इस विधानसभा क्षेत्र में सरकारी कर्मचारियों की शिफ्टिंग की वजह से मतदान का प्रतिशत गिरा है। इस क्षेत्र में चार गांव, 22 झुग्गी झोपड़ी कॉलोनी, दो पॉस कॉलोनियों के साथ-साथ 11 बड़ी-बड़ी सरकारी कमर्चारियों की कॉलोनियां हैं।

एक राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता आनंद सिंह ने कहा, “इस क्षेत्र में रहने वाले ज्यादातर सरकारी कर्मचारी मतदान के दिन को छुट्टी की तरह लेते हैं, जिनको घरों से निकालना काफी मुश्किल होता है। इसके उलट ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान ठीक ठाक हुआ है।”


यहां की कुल आबादी में अनुसूचित जाति का अनुपात 16.56 फीसदी है। 2019 की मतदाता सूची के मुताबिक इस सीट पर 1,55,287 मतदाताओं ने 156 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

गौरलतब है कि 2015 के चुनाव में यहां 64.14 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) को क्रमश: 36.96, 4.2 और 56.77 प्रतिशत वोट मिले थे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आर. के. पुरम विधानसभा से आप उम्मीदवार प्रमिला टोकस ने भाजपा उम्मीदवार अनिल शर्मा को 19,068 वोटों से हराया था। प्रमिला टोकस को कुल 54,645 वोट मिले थे, वहीं अनिल शर्मा ने 35,577 वोट हासिल किए थे। कांग्रेस प्रत्याशी लीलाधर भट्ठ की जमानत तक जब्त हो गई थी। उन्हें केवल 4,042 वोट ही मिले थे।


आर. के. पुरम विधानसभा सीट के इतिहास की बात करें तो साल 1993 में दिल्ली को पूर्ण विधानसभा को दर्जा मिलने के बाद 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की। इसके बाद साल 1998, 2003 और 2008 के चुनावों में कांग्रेस ने लगातार तीन बार आर. के. पुरम पर कब्जा किया। फिर साल 2013 में भाजपा उम्मीदवार ने आर. के. पुरम सीट से जीत दर्ज की। इसके बाद साल 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने आर. के. पुरम से जीत हासिल की थी।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)