बीजिंग, 21 नवंबर (आईएएनएस)। 21 से 22 नवम्बर को जी-20 का 15वां शिखर सम्मेलन वीडियो सम्मेलन के रूप में आयोजित किया जाएगा। इस साल कोविड-19 ने विश्व अर्थतंत्र को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। इस पृष्ठभूमि में विभिन्न पक्ष आशा करते हैं कि जी-20 शिखर सम्मेलन बहुपक्षीय सहयोग को मजबूत करने की सूचना दे सकेगा, ताकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर चुनौतियों का सामना किया जा सके और विश्व आर्थिक बहाली को मदद मिले।
जी-20 शिखर सम्मेलन के वर्तमान अध्यक्ष देश सऊदी अरब ने अनेक बार सदस्य देशों से महामारी के मुकाबले के लिए सहयोग को मजबूत करने की अपील की थी। इस मार्च में सऊदी अरब के शाह सलमान ने कोविड-19 को लेकर ऑनलाइन जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की। विभिन्न पक्षों ने वचन दिया कि वे सभी कदम उठाकर महामारी का मुकाबला करेंगे, जान की रक्षा करेंगे और अर्थतंत्र का पुनरुद्धार करेंगे। सम्मेलन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सक्रिय संकेत दिया था। इस अप्रैल में जी-20 ने अति गरीब देशों के कर्ज चुकाने को निलंबित करने की पहल पारित की। अक्तूबर माह में जी-20 ने कर्ज चुकाने की समय सीमा को और छह महीने बढ़ाकर 2021 के जून के अंत तक निलंबित करने पर मंजूरी दी।
कोविड-19 महामारी अभी भी समाप्त नहीं हुई है। विश्व अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता मौजूद है। सऊदी अरब के वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान ने हाल में कहा कि आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन सहयोग और एकता की भावना के मुताबिक विश्व आर्थिक विकास को मदद देगा।
जी-20 द्वारा 19 नवम्बर को जारी एक बयान में कहा गया कि कोविड-19 के प्रकोप ने विश्व स्वास्थ्य, मानवता और अर्थतंत्र के लिए दीर्घकालीन चुनौती पेश की है, इसलिए इस साल जी-20 जान की रक्षा करने और आजीविका पर ज्यादा ध्यान देगा।
बयान के मुताबिक जी-20 आर्थिक और वित्तीय व्यवस्था की रक्षा करने के लिए विश्व अर्थतंत्र में 110 खरब डॉलर दे चुका है। साथ ही महामारी के निदान, उपचार और टीकों के अनुसंधान के लिए जी-20 ने 21 खरब डॉलर का चंदा भी दिया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस