आतंकियों पर गोलियां दागने वाले इंस्पेक्टर हीरा लाल ने ‘हाफ-मैराथन’ पोता-पोती संग लगाई दौड़

  • Follow Newsd Hindi On  

 नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)| इरादे अगर फौलाद हों तो बरक्कत के रास्ते में कोई बाधा नहीं बन सकता। रविवार को यहां आयोजित एयरटेल ‘हाफ-मैराथन’ में जुटे हुजूम में कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब 57 साल के एक पुलिस इंस्पेक्टर को 32 साल के अपने बेटे और चार साल के पोता-पोती के साथ दौड़ते हुए देखा गया।

 हाफ मैराथन में जिस अजब-गजब परिवार या फिर शख्सीयत का जिक्र यहां हो रहा है, उनका नाम है हीरा लाल बालियान। सन 1982 में दिल्ली पुलिस में बतौर सिपाही भर्ती हुए हीरा लाल करीब 17 सालों से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल में तैनात रहकर खूंखार आतंकवादियों को निपटाने, पकड़ने-पकड़वाने में जुटे हैं।


हीरा लाल ने इस उम्र में अपनी फिटनेस के बारे में आईएएनएस को बताया, “शुरुआती दिनों में कबड्डी खेलने और कुश्ती लड़ने का शौक था। बाद में दौड़ने का चस्का लग गया। तब से आज तक रोजाना तड़के 4 बजे 8 से 10 किलोमीटर दौड़ता हूं। 2009 से हर हाफ-मैराथन में हिस्सा लेता हूं। आज का (रविवार 20 अक्टूबर, 2019) हाफ मैराथन मेरे जीवन की 10वीं दौड़ है।”

उल्लेखनीय है कि हीरा लाल ने दिल्ली के बटला हाउस में आतंकवादियों के साथ शहीद हुए इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा के हत्यारे और आठ साल से वांछित 15 लाख रुपये के इनामी आतंकवादी अरिज (आरिज) उर्फ जुनैद को पकड़ने में बड़ी भूमिका निभाई थी।

खूंखार और चार लाख रुपये के इनामी अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर को घेरकर कानून के शिकंजे में लाने वाले दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के इस जांबाज इंस्पेक्टर ने आईएएनएस से आगे कहा, “मैं 57 साल की उम्र में भी दौड़ रहा हूं, यह कोई अचंभे की बात नहीं। इस मैराथन में आज मेरे 32 साल के बड़े बेटे मनोज कुमार बालियान, मनोज की चार साल की बेटी यानी मेरी पोती भूमि (नर्सरी की छात्रा) और छोटे बेटे सीमा सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर मनिंदर कुमार बालियान के चार साल के बेटे और मेरे पोते भावेश ने भी हिस्सा लिया।”


यानी इस हाफ मैराथन में पिता-पुत्र, दादा संग पोता-पोती की तीन पीढ़ियों ने एक साथ दौड़ लगाई।

हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रनसी माजरी गांव के मूल निवासी साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले इंस्पेक्टर हीरा लाल के बड़े बेटे मनोज कुमार सिंह बालियान ने बताया, “आज के हाफ-मैराथन में पिताजी (इंस्पेक्टर हीरा लाल बालियान) द्वारा दौड़ पूरा करने का समय एक घंटा 52 मिनट और मेरा टाइम 1 घंटा 58 मिनट दर्ज किया गया।”

डेकथलॉन में स्पोर्ट्स लीडर ऑफ रनिंग कलेंजी ब्रांड के उत्तर भारत के ‘रनिंग-मॉनीटर’ मनोज कुमार बालियान ने एक हैरत की बात और बताई। उन्होंने कहा, “दिल्ली पुलिस में इंस्पेक्टर उनके पिता ने बीते साल ही अपने दोनो बेटों की पत्नियों सीमा कुमारी बालियान (बड़े बेटे मनोज की पत्नी) और छोटी पुत्र वधू सोनू बालियान (मनिंदर कुमार बालियान की पत्नी) के साथ पढ़ाई कर योगा में मास्टर डिग्री हासिल की है।”

मनोज ने आगे कहा, “मैं भले ही 400 मीटर दौड़ का पदक विजेता हूं, मगर पापा के जितना स्टेमना मेंटेन करने के लिए बहुत तपस्या और मेहनत चाहिए। पापा आज भी तड़के दौड़ने जाते हैं। उनकी इसी मेहनत का फल है फरवरी 2019 में मास्टर्स एथलेटिक चैंपियनशिप में उन्हें सौ, दो सौ और चार सौ मीटर में उन्हें दो स्वर्ण पदक और एक रजत पदक प्राप्त हुए थे।”

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)