काबुल, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। नाटो के महासचिव जेंस स्टोलेनबर्ग ने कहा कि दोहा में जारी मौजूदा वार्ता की स्थिति ‘कमजोर’ है और देश में अंतर्राष्ट्रीय बलों की उपस्थिति स्थिति आधारित है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, स्टोलेनबर्ग ने कहा, “शांति प्रक्रिया का भाग होने के कारण, नाटो ने अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति को समायोजित किया है और हमारी उपस्थिति स्थिति आधारित है। भविष्य में किसी भी प्रकार का समायोजन शांति वार्ता और जमीनी स्थिति पर निर्भर करेगा।”
उन्होंने कहा कि दोहा वार्ता अफगानिस्तान में शांति के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।
स्टोलेनबर्ग ने कहा कि नाटो अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया को अपना समर्थन देता है। दोहा वार्ता हालांकि कमजोर है, लेकिन यह शांति के लिए बेहतरीन अवसर है।
स्टोलेनबर्ग ने कहा, “तालिबान को संघर्षविराम के अस्वीकार्य स्तरों को निश्चित ही कम करना चाहिए। उन्हें साथ ही अलकायदा और आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध तोड़ने चाहिए, ताकि अफगानिस्तान कभी भी हमारे देश में आतंकवादी हमलों का मंच नहीं बने।”
–आईएएनएस
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