काबुल, 9 अगस्त (आईएएनएस)| अफगानिस्तान के हालात को कश्मीर मुद्दे से जोड़ने के लिए तालिबान ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा है कि नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच काबुल को प्रतिस्पर्धा के रंगमंच में नहीं बदलना चाहिए।
अनादोलु न्यूज एजेंसी के अनुसार, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “कुछ दलों द्वारा कश्मीर के मुद्दे को अफगानिस्तान के साथ जोड़ने से कुछ हासिल नहीं होगा। क्योंकि यह मुद्दा अफगानिस्तान से संबंधित नहीं है और न ही अफगानिस्तान को अन्य देशों के बीच प्रतिस्पर्धा के रंगमंच में बदलना चाहिए।”
दरअसल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने इस सप्ताह की शुरुआत में संसद में कश्मीर के साथ अफगानिस्तान की स्थिति की तुलना की थी।
शरीफ ने कहा था, “यह किस तरह की बात है कि अफगानी काबुल में खुशी मनाते हुए शांति का आनंद लेते हैं, मगर कश्मीर में खून बहाया जाता है। नहीं, यह हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है।”
इसके बाद अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने भी इस टिप्पणी पर दुख जताते हुए ट्वीट कर पाकिस्तान सरकार से इस तरह के बयान नहीं देने की बात कही थी।
इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी अफगान नागरिकों द्वारा शरीफ की टिप्पणी को खारिज कर दिया गया।
इस बीच काबुल में पाकिस्तान के दूतावास ने गुरुवार को कहा कि कश्मीर मुद्दा अफगानिस्तान में शांति अभियान को प्रभावित नहीं करेगा।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अफगानिस्तान में पाकिस्तान के राजदूत जाहिद नसरुल्ला खान ने कहा, “कश्मीर मुद्दे का अफगानिस्तान में हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है और यह दुर्भाग्य से अभी भी अनसुलझा है।”
भारत की ओर से हाल ही में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।