लॉकडाउन की वजह से देश के ज्यादातर स्कूल और कॉलेज बंद हैं। ऐसे में शैक्षणिक संस्थानों के सामने कम समय में सिलेबस को पूरा करने की चुनौती है। नतीजतन सीबीएसई (CBSE), सीआईएससीई (CISCE) और गुजरात बोर्ड (Gujrat Board) के साथ दूसरे राज्य बोर्ड भी सिलेबस में कटौती कर रहे हैं।
अब उत्तर प्रदेश और हरियाणा बोर्ड ने भी सिलेबस में कटौती का फैसला किया है। एक खबर के मुताबिक उत्तर प्रदेश बोर्ड सिलेबस में 10 से 30 प्रतिशत की कटौती कर रहा है, वहीं हरियाणा बोर्ड भी इसे के आसपास कटौती कर सकता है। यूपी बोर्ड ने जो योजना बनाई है, उसके अनुसार जुलाई में अगर रेगुलर क्लास नहीं होती है तो सिलेबस के 10 फीसदी की कटौती की जाएगी।
अगर अगस्त में भी कक्षाएं नहीं होती हैं तो 20 फीसदी और सितंबर तक अगर कक्षाएं यूं ही बाधित रही तो 30 फीसदी सिलेबस में कटौती की जाएगी। दूसरी ओर ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर देने के लिए हरियाणा बोर्ड छात्रों को टैबलेट देने पर विचार कर रहा है। इसी राह पर आगे बढ़ते हुए राजस्थान बोर्ड (Rajasthan Board To Reduce Its Syllabus) ने भी सिलेबस को कम करने का फैसला किया है।
इसे लेकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह दोस्तारा ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य बोर्ड और राजस्थान स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड टीचिंग (RSCERT) को इस संबंध में बता दिया गया है। इससे पहले कोरोना महामारी के कारण देश में पैदा हुए हालात के मद्देनजर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 9 से 12 तक के सिलेबस में कटौती की है।
यह कटौती केवल मौजूदा शैक्षणिक वर्ष तक सीमित रहेगी। फिलहाल सिलेबस में कटौती का फायदा सिर्फ कक्षा 9 से 12 तक के स्कूली छात्रों को ही मिलेगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने कहा, “कोरोना के कारण उत्पन्न हुए मौजूदा हालात को देखते हुए सीबीएसई के सिलेबस में कक्षा 9 से 12 तक 30 प्रतिशत कटौती करने का निर्णय लिया गया है।