ओडिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित रूप से जांच करने वाले अधिकारी के निलंबन का मामला बढ़ता दिखाई दे रहा है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बाद अब पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है।
कुरैशी ने ट्वीट कर कहा, ‘PM मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच करने वाले अफसर का निलंबन दुर्भाग्यपूर्ण तो है ही, साथ ही PM और चुनाव आयोग ने अपनी छवि को सुधारने का एक मौका भी गंवा दिया’। कुरैशी ने आगे कहा, ‘इन दोनों संस्थाओं की जनता के प्रति जवाबदेही है, लेकिन PM मोदी लगातार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और चुनाव आयोग इसे बार-बार नजर अंदाज कर रहा है। PM के हेलीकॉप्टर की जांच को इस तरीके से लिया जाना चाहिए था कि कानून सबके लिए बराबर है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ’।
PM’s chopper raid incident is a great opportunity missed ! Please see my views. pic.twitter.com/VqOjSVwfmK
— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) April 18, 2019
वहीं पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने आगे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के हेलीकॉप्टर की तलाशी का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘उन्होंने जिस धैर्य और सज्जनता परिचय दिया, वह काबिलेतारीफ है। हर नेता को वैसा ही व्यवहार करना चाहिए’। दूसरी तरफ, बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी डॉ. एसवाई कुरैशी की बातों के समर्थन में ट्वीट कर चुनाव आयोग को निशाने पर लिया। मायावती ने आयोग पर सवाल खड़े करते हुए कहा, ‘चुनाव आयोग के पास ऐसा कौनसा अधिकार है जिससे PM के विमान की तलाशी पर रोक है व ऐसा करने पर IAS पर्यवेक्षक को निलम्बित कर दिया गया। बीएसपी पूर्व सीईसी कुरैशी की बातों से सहमत है कि ऐसी कार्रवाई अनुचित है। आयोग को निष्पक्ष काम करना चाहिए ना कि PM मोदी को हर प्रकार की खुली छूट मिले’।
चुनाव आयोग के पास ऐसा कौनसा अधिकार है जिससे पीएम के विमान की तलाशी पर रोक है व ऐसा करने पर आइएएस पर्यवेक्षक को निलम्बित कर दिया गया। बीएसपी पूर्व सीईसी श्री कुरैशी से सहमत है कि ऐसी कार्रवाई अनुचित है। आयोग को निष्पक्ष काम करना चाहिए ना कि पीएम श्री मोदी को हर प्रकार की खुली छूट।
— Mayawati (@Mayawati) April 19, 2019
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित रूप से जांच करने के लिए निर्वाचन आयोग ने ओडिशा के जनरल पर्यवेक्षक को बुधवार को निलंबित कर दिया था। आयोग की ओर से जारी आदेश के अनुसार, कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के IAS अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने एसपीजी सुरक्षा से जुड़े निर्वाचन आयोग के निर्देश का पालन नहीं किया। ओडिशा के सम्बलपुर में कथित तौर पर उन्होंने पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच की थी। जिला कलेक्टर और पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने सम्बलपुर के जनरल पर्यवेक्षक को घटना के एक दिन बाद निलंबित कर दिया गया। घटना मंगलवार को हुई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सम्बलपुर में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करना निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत नहीं था। एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त होती है।
बिहार के हैं IAS अफसर मोहम्मद मोहसिन, PM मोदी के हेलिकॉप्टर की तलाशी लेने पर हुए हैं निलंबित