लखनऊ | समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रविवार को निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बाकी के बचे तीन चरणों का मतदान ‘मोटी खाल बनाम पतली दाल’ के बीच होगा।
अखिलेश ने ट्विटर कहा, “विकास पूछ रहा है, पता है बाकी तीन चरणों का चुनाव किसके बीच होगा? हम बताते हैं। यह त्रस्त गरीब, दुखी किसान, बेरोजगार युवा असुरक्षित महिला और परेशान व्यापारी के प्रति असंवेदनशील अहंकारी भाजपा तथा नामांकन रद्द किए गए सच्चे चौकीदार के बीच होगा.. मतलब ‘मोटी खाल बनाम पतली दाल’।”
‘विकास’ पूछ रहा है: पता है बाकी तीन चरणों का चुनाव किसके बीच होगा? हम बताते हैं, ये त्रस्त गरीब, दुखी किसान, बेरोज़गार युवा असुरक्षित महिला और परेशान व्यापारी के प्रति असंवेदनशील अहंकारी भाजपा तथा नामांकन रद्द किए गये सच्चे चौकीदार के बीच होगा… मतलब ‘मोटी खाल बनाम पतली दाल’. pic.twitter.com/MWgSQoAxuG
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 5, 2019
उन्होंने आगे कहा, “राजनीतिक मतभेदों की बात अलग है। आप इन मतभेदों के चलते बयानबाजी कर सकते हैं। लेकिन शहीदों के ऊपर राजनीतिक स्वार्थ के लिए बयानबाजी उचित नहीं है। शहीद और उनके परिजनों के प्रति सम्मान और उनकी परिस्थितियों को समझना हमारा कर्तव्य है। चुनाव हो या न हो, मूल मानवाधिकार की बात करें तो भी शहीदों के प्रति हमेशा सम्मान का भाव रहना चाहिए।”
अखिलेश ने कहा, “प्रधानमंत्री का बयान यह दर्शाता है कि मात्र राजनीतिक स्वार्थ और सत्ता हथियाने के लिए शहीदों का इस्तेमाल किया जा रहा है।”
गौरलब है कि अखिलेश का यह बयान वाराणसी से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव का नामांकन रद्द किए जाने को लेकर दिया है।
2017 में बीएसएफ में पतली दाल मिलने और ढंग का खाना नहीं मिलने को लेकर तेजबहादुर यादव ने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया था, जिसके बाद बीएसएफ से उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया।
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