अमेरिका के एक रिटायर्ड कपल ने गणित के फॉर्मूलों के सहारे लॉटरी में 200 करोड़ रुपये जीत लिए। मिशिगन में रहने वाले जेरी और मार्जी सेलबी ने गणित के साथ ही लॉटरी सिस्टम में मौजूद खामी का भी फायदा उठाया। दोनों एक कन्वीन्यन्स स्टोर चलाते हैं। दोनों की कहानी इतनी दिलचस्प है कि इस पर जल्द ही एक हॉलीवुड फिल्म भी बनने जा रही है।
81 साल के जेरी सेलबी और उनकी पत्नी मार्ज लॉटरी खेलने से पहले इवार्ट शहर में एक दुकान चलाते थे। 60 साल के हो जाने के बाद उन्होंने वह दुकान बेच दी और सेवानिवृत्त हो गए। साल 2003 में जब जेरी अपने पुराने दुकान में कुछ खरीदने के लिए लौटे तो उन्हें वहां विंडफॉल लॉटरी का एक ब्रोशर मिला।
जेरी के मुताबिक, कॉलेज के समय वे गणित में काफी अच्छे थे। ऐसे में लॉटरी का ब्रोशर पढ़कर उन्हें इसमें दिलचस्पी हुई। जेरी को यकीन हो गया कि वह इस लॉटरी से पक्के तौर पर बड़ा फायदा कमा सकते हैं। वह भी आसान गणित से। इसके बाद ही उन्होंने पत्नी के साथ लॉटरी खरीदने और खेलने का निर्णय लिया। लॉटरी में जीत और पहले दो साल की कमाई से उन्होंने एक इनवेस्टमेंट कंपनी भी खोल ली।
दूसरों को भी लॉटरी जीतने में की मदद
इसमें वे रिश्तेदारों और दोस्तों का पैसा लगाकर उन्हें भी लॉटरी जिताते थे। इसी बीच, लॉटरी में बिक्री की कमी के कारण विंडफॉल लॉटरी की दुकान बंद हो गई। इसके बाद 2012 तक उन्होंने मैसाच्यूसेट्स जाकर लॉटरी खेली। इन पैसों से उन्होंने 6 बच्चों, 14 नातियों और 10 परनातियों का खर्च उठाया।
लॉटरी में जीत का फॉर्मूला निकाला
जेरी ने बताया कि लॉटरी जीतना आसान इसलिए था, क्योंकि इसमें 35 करोड़ रुपये की लिमिट रखी गई थी। यानी अगर लॉटरी की वैल्यू 35 करोड़ रुपये पहुंचने तक किसी के सभी छह नंबर ड्रॉ के नंबरों से मैच नहीं हुए, तो यह रकम उन लोगों के बीच बांटी जाती है, जिनके पांच, चार या तीन नंबर भी ड्रॉ से मैच हो जाते हैं। इस लॉटरी में जेरी ने पहली बार ढाई लाख रुपये के टिकट खरीदे। गणित का इस्तेमाल कर उन्होंने ढाई लाख रुपये ज्यादा कमाए। फिर 9 सालों तक वे लगातार मुनाफे में रहे।