अमेरिका-तालिबान शांति समझौते के क्रियान्वयन के लिए पाक-अमेरिका संपर्क में : कुरैशी

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इस्लामाबाद, 14 मार्च (आईएएनएस)| पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि वॉशिंगटन और अफगान तालिबान के बीच हाल ही में हुए शांति समझौते के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान और अमेरिका संपर्क में हैं।

द नेशन की रिपोर्ट के अनुसार, कुरैशी ने कहा कि इस्लामाबाद ने इस शांति समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में अब स्थायी शांति की उम्मीद है।


इस संबंध में कुरैशी ने कहा, “हम अमेरिका और अफगानिस्तान के संपर्क में हैं। वहां शांति समझौते के बाद शांति कायम होने की उम्मीद है।”

कुरैशी ने कहा, “अमेरिका को अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों राष्ट्रपति अशरफ गनी और अब्दुल्ला अब्दुल्ला के बीच तनाव के निपटारे की उम्मीद है।”

अफगानिस्तान के नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला पर काबुल में हुए हमले में 27 लोगों के मारे जाने और 29 लोगों के घायल होने के बाद पाकिस्तान ने हाल ही में अमेरिका और अफगानिस्तान से आग्रह किया है कि वे स्थिति पर अपनी नजरें बनाए रखें।


पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा, “अफगानिस्तान के भीतर और बाहर शांति-विरोधी तत्व मौजूद हैं, जिन्हें पराजित किए जाने की जरूरत है। उन लोगों पर नजर रखनी होगी, जो शांति प्रक्रिया में खलल डाल रहे हैं। अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों को सतर्क रहने की जरूरत है। हालांकि तालिबान ने इसमें शामिल होने से इनकार किया है।”

इस हफ्ते पाकिस्तान ने कहा था कि युद्धग्रस्त देश की स्थिरता के लिए सत्ता हथियाने के लिए चल रहे विवाद को हल किया जाना चाहिए। इस पर कुरैशी ने कहा कि इस मामले का जल्द ही कुछ समाधान होगा।

गौरतलब है कि फरवरी में कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौते पर दस्तखत हुए थे। भारत समेत 50 देशों के प्रतिनिधि समझौते के लम्हों के गवाह बने थे। हालांकि इस समझौते के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि शांति समझौते की करीब से निगरानी करेंगे कि तालिबान अपने वादों को लागू करता है या नहीं। उन्होंने कहा था कि इसे देखते हुए ही हम अफगानिस्तान से अमेरिकी सैन्य बलों को निकालने का फैसला लेंगे।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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