नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में 11 वें दिन शनिवार को भी शिक्षकों और नागरिकों ने बत्तख तालाब के पास विरोध प्रदर्शन किया और कैंडल मार्च निकाला। लोग हर दिन की तरह शाम 6:30 से 7:30 बजे तक मोमबत्ती लिए खड़े थे। विरोध के दौरान, एक हिंदी विभाग के प्रोफेसर कमलानंद झा ने सीएए-एनआरसी के खिलाफ मजबूती से अपनी बात रखी और लोगों से डर को छोड़कर इस संघर्ष में जुड़ने की अपील की।
कमलानंद झा ने कहा, “सरकार बुरी तरह से विफल रही है और अपने लोगों से झूठ बोलती रही। ये झूठ पूरी तरह से हर किसी की समझ में आ चुका है और हम विभाजनकारी राजनीति को खारिज करते हैं।”
Professor Kamlanand Jha, Hindi Department, AMU spoke strongly against the CAA-NRC.
He gave a call to people to give up their fears in this struggle. #AligarhMuslimUniversity pic.twitter.com/smcOAzrgXp
— Newsd (@GetNewsd) January 12, 2020
उनके संबोधन के बाद कमलानंद झा की बेटी कनुप्रिया झा ने फैज़ की कविता ‘हम देखेंगे’ का पाठ किया। इसके बाद यूनिवर्सिटी तराना और राष्ट्रगान भी गाया गया।
इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन की कड़ी चेतावनी के बावजूद छात्रों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ अपने प्रदर्शन को जारी रखने का संकल्प लिया।