चुनावों की घोषणा के साथ ही देश पूरी तरह से चुनावी माहौल में चला गया है। घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी लागु हो गई है। चुनाव आयोग के साथ साथ विपक्षी दल भी आचार संहिता को सख्ती से लागु करने पर खासा ध्यान दे रहे हैं, मगर इस दौरान कुछ अजीब शिकायतें भी आ रही हैं।
ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में चुनाव आयोग के पास अजीब आई है। रामाकुप्पम मंडल में तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के एक प्रतिनिधि मंडल ने कहा है कि हर सरकारी दफ्तरों से तत्काल छत वाले पंखे हटवाए जाएं। गौरतलब है कि छत वाला पंखा YSR कांग्रेस पार्टी का चुनावी सिंबल है और दफ्तरों में पंखे लगे होने से आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है।
चित्तूर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू का गृह जिला भी है। टीडीपी नेताओं ने कहा कि चुनाव आयोग ने आचार संहिता का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री की तस्वीरें हर दफ्तरों से हटवाने का आदेश दिया है। सारे दफ्तरों से उनकी तस्वीरें हटाई जा रही हैं। ऐसे में दफ्तरों में लगे पंखों से भी आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है क्योंकि वह YSR कांग्रेस पार्टी का सिंबल है।
टीडीपी नेताओं की शिकायत के बाद तहसीलदार जनार्दन रेड्डी ने जिला प्रशासन को रिपोर्ट भेजकर शिकायत पर उचित फैसला लेने को कहा है। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व करने वाले नेता जयशंकर ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों से निवेदन किया है कि आचार संहिता का सख्ती से पालन होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की सारी मूर्तियां ढकी जा रही हैं। दफ्तरों में लगी तस्वीरें हटाई जा रही हैं। जब नियम उनकी तस्वीरों और मूर्तियों पर लागू हो रहा है तो पंखे पर भी लागू होना चाहिए। पंखा YSR कांग्रेस पार्टी का सिंबल है। सरकारी दफ्तरों में लोग जाते हैं वहां वे पंखा देखेंगे तो उससे प्रभावित होंगे।’