नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)| संविधान के अनुच्छेद-370 के खत्म होने के बाद पड़ने वाली लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पहली जयंती को मनाने के लिए केंद्र सरकार ने कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। पटेल की 144वीं जयंती को ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम के माध्यम से ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में भी प्रचारित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत पूरे भारत में हजारों लोग सड़कों पर उतरेंगे। शीर्ष राजनीतिक नेताओं से लेकर विभिन्न क्षेत्र से जुड़ी हस्तियां इस मैराथन में दौड़ेंगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवडिया में होंगे, जहां वह ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ स्थल पर लौह पुरुष को श्रद्धांजलि देंगे। वह एक एकता दिवस परेड में भी हिस्सा लेंगे। मोदी जब से 2014 में केंद्रीय सत्ता में आए हैं, तभी से इस दिन को हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।
इससे पहले रविवार को उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में ‘रन फॉर यूनिटी’ में लोगों से भारी संख्या में भाग लेने का आग्रह किया था।
मोदी ने कहा था, “2014 के बाद से 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन किसी भी कीमत पर हमारे देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा की रक्षा करने का संदेश देता है। हर साल की तरह रन फॉर यूनिटी का आयोजन 31 अक्टूबर को किया जा रहा है। समाज के सभी वर्गों के लोग इसमें भाग लेंगे।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी 31 अक्टूबर को ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाएंगे। यह कार्यक्रम राज्य के सभी जिलों में आयोजित किया जाएगा।
अमित शाह राष्ट्रीय राजधानी में होंगे, जहां वह एक मैराथन में भाग लेंगे। इसके बाद वह मंदिर मार्ग के पास नई दिल्ली पुलिस मुख्यालय का उद्घाटन करेंगे।
कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को निरस्त करने के बाद पटेल की यह पहली जयंती होगी।