असम हिंसा : तृणमूल ने हत्याओं का संबंध एनआरसी से जोड़ बंगाल में प्रदर्शन किया

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कोलकाता, 2 नवंबर (आईएएनएस)| कोलकाता में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने असम के तिनसुकिया जिले में गुरुवार शाम हुई हत्याओं के विरोध में शुक्रवार को राज्यभर में प्रदर्शन किया। तृणमूल ने इसके लिए असम सरकार और एनआरसी पर उसके कदम को जिम्मेदार ठहराया है। तृणमूल ने दावा किया कि राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) में बंगाली बोलने वाले लोगों के प्रति असम सरकार के भेदभावपूर्ण रवैये के कारण उग्रवादी सामूहिक हत्या करने के लिए प्रेरित हुए।

गुरुवार को धोल्ला गेट के खेरोनिबारी गांव में अज्ञात हमलावरों ने पांच लोगों की कथित रूप से गोली मार दी थी। मृतकों में तीन लोग एक ही परिवार से थे।


तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने यहां संवाददाताओं को बताया, “हम असम में पांच बंगालियों की सामूहिक हत्या के विरोध में कोलकाता और हावड़ा, नादिया, हुगली जिलों तथा उत्तर बंगाल के हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “यह स्पष्ट है कि ये हमलावर राजनीतिक फायदे के लिए असम सरकार द्वारा लाए गए एनआरसी ड्राफ्ट से चुन-चुनकर बंगाली बोलने वाले लोगों के नामों को निकाले जाने के तरीके से प्रेरित थे।”

उन्होंने कहा, “कल (गुरुवार) का सामूहिक नरसंहार चरमपंथियों को मिले बढ़ावे का परिणाम था।”


असम सरकार पर बंगालियों पर अत्याचार करने और उन्हें असम से अवैध रूप से बाहर निकालने के लिए प्रयास करने का आरोप लगाते हुए तृणमूल नेता ने कहा कि पार्टी ने हत्याओं के खिलाफ राज्यभर में प्रदर्शन करने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा, “हमने बंगाली लोगों के खिलाफ एनआरसी के नाम पर साजिश रचने का शुरू से ही विरोध किया है।”

चटर्जी ने कहा, “हमारी नेता ममता बनर्जी इसके पीछे की साजिश के प्रति मुखर रहीं हैं।”

पार्टी के एजेंडे के तौर पर तृणमूल के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सांसद और मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी की अगुआई में शुक्रवार को शहर में जादवपुर से हज्रा चौराहे तक रैली की।

इस दौरान तृणमूल नेताओं- सुखेंदु शेखर रॉय और चंद्रिमा भट्टाचार्य ने भी रैली में भाग लिया।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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