अयोध्या | राम की नगरी में शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हो गया। दीपोत्सव में इस बार 5 लाख 51 हजार दीप जलाकर विश्व रिकार्ड बनाया गया। राम की पैड़ी के घाटों पर 4 लाख 10 हजार और अन्य 11 चुनिंदा स्थलों पर 1 लाख 51 हजार दीप जलाए गए।
मुख्यमंत्री योगी ने शनिवार को रामकथा पार्क में आयोजित भागवान राम के प्रतीकात्मक राजतिलक कार्यक्रम के अवसर पर 226 करोड़ रुपये की कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
उन्होंने कहा, “हमारी सात पवित्र नगरियों में तीन पवित्र नगरी अयोध्या, काशी और मथुरा हमारे उत्तर प्रदेश में हैं। देश और दुनिया में इतना समृद्ध एवं सांस्कृतिक परिवेश किसी के पास नहीं है।”
We made it again!#Deepotsav2019 has again made it to the ‘Guinness World Records’ for lighting up 4,04,026 diyas at Ram Ki Paidi in Ayodhya.#UPTourism pic.twitter.com/cp2f6euMIW
— UP Tourism (@uptourismgov) October 26, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा, “राम की परंपरा पर हम सबको गौरव की अनुभूति होती है। अयोध्या का नाम आते ही रामराज्य हमारे मन मस्तिष्क में खुद-ब-खुद आ जाता है। रामराज्य शासन की एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें जाति, मत, मजहब, संप्रदाय, क्षेत्र और भाषा के आधार पर किसी के साथ भेदभाव ना हो। विगत पांच वर्षो में शासन की योजनाओं को जिस प्रतिबद्धता के साथ देश के अंदर लागू किया गया है, यह आधुनिक रामराज्य का उदाहरण है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के हर सनातन धर्मावलंबी के लिए अयोध्या की पहचान उसी रूप में है, जैसे अन्य मतावलंबियों के लिए अपने-अपने पवित्र स्थलों की पहचान है। दीपोत्सव कार्यक्रम अपने पवित्र स्थल और उनकी मर्यादा की रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों का हिस्सा है।
योगी ने कहा, “हजार वर्षो की अपनी विरासत के साथ आपको जोड़ते हुए और पर्यावरण की रक्षा करते हुए हम अपने आयोजन को सामूहिक रूप से आगे बढ़ा सकते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “पहले रामजी की पैड़ी में पानी सड़ जाता था। आज हरिजी की पैड़ी की तरह ही रामजी की पैड़ी में भी स्नान किया जा सकता है। बैकुंठ से भी अच्छी पुरी के रूप में जिस अवधपुरी की कल्पना भगवान श्रीराम ने अयोध्या के लिए की थी, आज उस रूप में अयोध्या को प्रस्तुत करने का प्रयास हो रहा है।”
योगी ने कहा, “अयोध्या में विकास की योजनाओं को एक नई नीति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। आपने देखा होगा बीच के कालखंड में माता सरयू भी अयोध्या से दूरी बनाए हुई थीं, लेकिन इस बार यहां के लोगों को सरयू मइया का आशीर्वाद प्राप्त होने लगा है।”
उन्होंने कहा कि आज हर भारतवासी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व पर अभिभूत है, जिन्होंने भारत की सांस्कृतिक परंपरा को विश्व पटल पर फिर से पूरी मजबूती के साथ स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमने कभी किसी को परेशान नहीं किया, लेकिन किसी ने हमारे शस्त्र या स्वाभिमान को ललकारने का प्रयास किया, तो भारत का नेतृत्व उसके मांद में घुसकर मुंहतोड़ जवाब दिया। देने का कार्य आज भारत का नेतृत्व कर रह है। इससे ज्यादा गर्व की बात क्या हो सकती है। आज भारत दुनिया की एक महाशक्ति के रूप में फिर से विश्वगुरु के रूप में स्थापित हो रहा है।”
इससे पहले, पुष्पक विमान से राम, सीता और लक्ष्मण के अयोध्या आगमन का प्रतीकात्मक मंचन किया गया। हेलीकॉप्टर को पुष्पक विमान माना गया। योगी ने सीता-राम और लक्ष्मण की आरती उतारी। इसके बाद प्रभु श्रीराम के स्वरूप का योगी और महंत नृत्य गोपाल दास ने राजतिलक किया।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि फिजी गणराज्य की उपसभापति वीना भटनागर, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल भी मौजूद रहे।