तिरुवनंतपुरम, 12 अगस्त (आईएएनएस)| बीते कुछ दिनों से केरल में बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे राज्य के विभिन्न हिस्सों में लोगों के लिए सोमवार को ईद का जश्न कोई खास नहीं रहा, जो नमाज के साथ शुरू हुआ और नमाज के साथ ही समाप्त हो गया। केरल की 3.34 करोड़ आबादी में से मुस्लिमों की संख्या 88.73 लाख है। बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जैसे जिलों में बड़ी संख्या में मुसलमान रहते हैं।
1,25 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं। इसलिए, ईद उनके लिए सिर्फ नियमित सुबह की नमाज रही।
राज्यभर के मौलवियों ने मस्जिदों में जमा लोगों को संबोधित किया और उनसे बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का आग्रह किया।