हरदा (मध्य प्रदेश), 9 जनवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश में नगरीय निकायों के कई प्रतिनिधि विभिन्न आरोपों के चलते पद से हटाए गए हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस पर सवाल उठाते हुए राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि वह भाजपा के निर्वाचित प्रतिनिधियों से घबराई हुई है, इसलिए एक सुनियोजित साजिश के तहत यह कार्रवाई की जा रही है। भार्गव ने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगी।
भार्गव ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “पिछले कुछ समय से यह देखा गया है कि कई नगर पालिका और नगर पंचायत के अध्यक्षों को कार्यकाल पूरा होने से एक दिन कुछ दिनों पहले पद से हटा दिया गया। उन पर झूठे आरोप लगाए गए, ताकि वे आगे चुनाव न लड़ सकें। ऐसा सिर्फ इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि सरकार उनकी लोकप्रियता से घबरा गई है।”
उन्होंने कहा, “भाजपा जनप्रतिनिधि फिर से चुनाव न लड़ सकें, इसलिए सरकार यह साजिश रचने का काम कर रही है। सरकार का यह कदम घोर निंदनीय है। भाजपा चुप बैठने वाली नहीं है।”
ज्ञात हो कि राज्य में लगभग एक दर्जन नगरीय निकायों के प्रतिनिधि विभिन्न आरोपों के चलते पद से हटाए गए हैं, जिसकी भाजपा कड़ी आलोचना कर रही है।