भारत की पहली रेलवे युनिवर्सिटी को डिजाइन करेंगे सी.पी. कुकरेजा आर्कीटेक्ट्स

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नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)| गुजरात के वड़ोदरा में स्थित भारत की पहली रेलवे युनिवर्सिटी को डिजाइन करने का जिम्मा दिल्ली के सी.पी. कुकरेजा आर्कीटेक्ट्स को सौंपा गया है। कंपनी के एक अधिकारी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। अधिकारी ने कहा, “यह भारत की पहली और रूस व चीन के बाद दुनिया की तीसरी रेलवे युनिवर्सिटी होगी। परियोजना की अवधारणा ‘स्मार्ट कैम्पस’ पर आधारित है, जो परिवहन सम्बन्धी, शिक्षा, बहु-आयामी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण प्रोग्रामों की पूरक होगी। नेट-जीरो कैम्पस की प्रस्तावना पर आधारित यह परियोजना युनिवर्सिटी के लिए उर्जा दक्षता को बढ़ावा देगी। इसमें सोलर फार्म्स की श्रृंखला के लिए एक निर्दिष्ट क्षेत्र भी होगा, जो परिसर में उर्जा की मांग को पूरा करने में मदद करेगा।”

कंपनी ने एक बयान में कहा कि 110 एकड़ में फैली इस परियोजना की शुरुआत 1 जनवरी 2019 से होगी और इसे जनवरी 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। 5-स्टार रेटिंग के अनुसार डिजाइन किया जाने वाला यह परिसर उत्कृष्ट अनुसंधान केन्द्र होगा, जहां मोबिलिटी लैब, इंटेलीजेन्ट ट्रांसपोर्ट सिस्टम लैब और हाई स्पीड रेल लैब्स होंगी। इनके लिए आधुनिक तकनीकें भारतीय रेलवे द्वारा मुहैया कराई जाएंगी। युनिवर्सिटी में 3000 फुल-टाईम छात्रों के रहने के लिए स्थान भी होगा।


सी.पी. कुकरेजा आर्कीटेक्ट्स के प्रिंसिपल आर्कीटेक्ट दीक्षु सी कुकरेजा ने कहा, ” हमें खुशी है कि हमें दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क के साथ जुड़कर इतिहास रचने का मौका मिला है यह मोदी सरकार द्वारा पेश की गई अनूठी अवधारणा है, जो निश्चित रूप से भारतीय रेलवे में बड़ा बदलाव लाएगी। परिसर का डिजाइन रेलवे की सालों की गरिमा की अभिव्यक्ति करेगा। यह डिजाइन आधुनिक एवं क्लासिकल आकीर्टेक्च र का अनूठा संयोजन होगा।”

उन्होंने कहा, ” परिसर में प्रवेश करते ही व्यक्ति को ऐसा लगेगा जैसे गगनचुम्बी स्तंभ, आर्क रूप के रेलवे ब्रिज और ड्राइव वे उनका स्वागत कर रहे हैं। रेलवे ट्रैक से प्रेरित फुटपाथ और रास्ते साईट को अनूठा और सामंजस्यपूर्ण अनुभव प्रदान करेंगे।”

बयान के मुताबिक, युनिवर्सिटी परिसर में एक प्रतिष्ठित पुस्तकालय का डिजाइन भी तैयार किया गया है, जो विभिन्न पृष्ठभूमि से आए छात्रों को अनुसंधान में मदद करेगा। यहां उन्हें अनुसंधान एवं अकादमिक विषयों से जुड़ी वार्ताओं में हिस्सा लेने का अवसर मिलेगा।


 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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