भारत में नवाचार का बेहतरीन समय : मोदी

  • Follow Newsd Hindi On  

थिम्पू, 18 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां कहा कि भारत में नवाचार करने का यह एक शानदार समय है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत दुनिया में सबसे बड़े स्टार्ट-अप इको-सिस्टम का घर है और वहां कई सारे सेक्टर में बदलाव हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने ‘रॉयल यूनिवर्सिटी ऑफ भूटान’ में छात्रों को संबोधित करने के दौरान यह बात कही। वह भूटानी नेताओं के साथ बातचीत करने और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने के उद्देश्य से दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर शनिवार को भूटान पहुंचे।


मोदी ने कहा, “आज, भारत में कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक बदलाव हो रहा है। भारत में गरीबी पहले से कहीं अधिक तेजी से खत्म हो रही है। बुनियादी ढांचे के निर्माण की गति पिछले पांच वर्षों में दोगुनी हो गई है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम, आयुष्मान भारत शुरू हुआ है, जो 50 करोड़ भारतीयों को स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कराता है।”

प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत में दुनिया में सबसे सस्ती डेटा कनेक्टिविटी है, जो प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से लाखों लोगों को सशक्त बना रही है। भारत दुनिया में एक सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इको-सिस्टम है। यह वास्तव में भारत में नवाचार का एक बेहतरीन समय है।”

मोदी ने कहा कि कई अन्य परिवर्तन लोगों के सपनों और भारत के युवाओं की आकांक्षाओं पर आधारित हैं।


प्रधानमंत्री ने भूटान के प्रतिभाशाली लोगों को भी कड़ी मेहनत करने और हिमालय में स्थित इस राष्ट्र को बेहद ऊंचाई पर ले जाने के लिए कहा।

मोदी भूटान की अपनी दूसरी यात्रा पर थिम्पू में हैं और इस साल मई में फिर से प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद भूटान की यह उनकी पहली यात्रा है।

मोदी ने कहा, “भूटान अपने प्रयासों में उच्चस्तर पर है, आपके 1.3 अरब भारतीय दोस्त न सिर्फ आपको गर्व और खुशी के साथ देखेंगे और आपका उत्साहवर्धन करेंगे, बल्कि वे आपके साझीदार भी बनेंगे और आपसे सीखेंगे।”

भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों और चंद्र मिशन चंद्रयान-2 का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भूटान भी अपने स्वयं के उपग्रह लॉन्च करने के पथ पर है।

उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि भूटान के छोटे उपग्रह को डिजाइन करने और लॉन्च करने पर काम करने के लिए युवा भूटानी वैज्ञानिक भारत की यात्रा करेंगे।

मोदी ने विद्यार्थियों के भीतर से परीक्षा के डर को दूर करने के लिए अपनी किताब ‘एक्जॉम वारियर्स’ में लिखी बातों का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा, “क्या मैं आपको कुछ बता सकता हूं? एक्जॉम वारियर्स में मैंने जो कुछ लिखा है, वह भगवान बुद्ध की शिक्षाओं से प्रभावित है, विशेष रूप से सकारात्मकता का महत्व, भय पर काबू पाने और एकता में रहने का, चाहे यह वर्तमान पल में रहने का हो या मातृ प्रकृति के सानिध्य में हो।”

उन्होंने कहा, “हमारे सामने चुनौतियां हैं। लेकिन हर चुनौती के लिए, हमारे पास उन्हें दूर करने के लिए अभिनव समाधान खोजने के लिए युवा दिमाग है।

प्रधानमंत्री रविवार शाम भारत लौट आएंगे।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)