नई दिल्ली, 26 जुलाई (आईएएनएस)| पूर्वोत्तर व बिहार में बाढ़ की स्थिति के गंभीर बने रहने के साथ भारत ने चीन सहित अन्य देशों से बाढ़ प्रभावित इलाकों को लेकर उपग्रह डेटा के लिए संपर्क किया है।
भारत के आग्रह पर सूचना चीन के नए राजदूत सुन वीदोंग ने दी। वीदोंग ने ट्वीट किया, “इसरो के अंतर्राष्ट्रीय आपदा राहत समर्थन के लिए आग्रह के बाद चीन ने भारत के बाढ़ प्रभावित इलाकों का उपग्रह डेटा मुहैया कराया है, जिससे बाढ़ राहत कार्यो में मदद मिल सके। उम्मीद है जल्द सब ठीक हो जाएगा।”
भारतीय विदेश मंत्रालय ने हालात को बताते हुए कहा कि जब भी कोई आपदा होती है तो नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों से जुड़े उपग्रह डेटा के लिए संपर्क किया जा सकता है। एनआरएससी, अंतर्राष्ट्रीय चार्टर स्पेस व मेजर डिजास्टर के सदस्य के तौर पर इसरो का प्रतिनिधित्व करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि एनआरएससी और 32 देशों के अंतरिक्ष एजेंसियों के सदस्य आपदा प्रभावित इलाकों से जुड़ी हुई सूचना के लिए इसे सक्रिय कर सकते हैं। ये 32 देश चार्टर का हिस्सा हैं। यह एक मानक कार्यप्रणाली है।
एनआरएससी ने देश के कई हिस्सों में भारी बाढ़ के बाद 17 जुलाई को चार्टर से संपर्क किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “अब तक आठ देशों से डेटा प्राप्त हुए हैं। इसमें यूनाइटेड स्टेटस जियोलॉजिकल सर्वे, सीएनईएस, यूरोपीयन स्पेस एजेंसी, चाइनीज नेशनल स्पेस एजेंसी व तीन अन्य शामिल हैं। इसरो ने भी इसी तरह के आग्रह पर अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों को डेटा दिया है।”