भारतीय टीम के मैनेजर की रिपोर्ट में होगा ग्राउंडस्टाफ की असफलता का जिक्र

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नई दिल्ली, 6 जनवरी (आईएएनएस)| ग्राउंडस्टाफ की कमी के कारण रविवार को गुवाहाटी के बारसापरा क्रिकेट स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेला जाने वाला पहला टी-20 मैच रद्द करना पड़ा क्योंकि बारिश के दौरान जो कवर्स मैदान पर बिछाए गए थे वो फटे हुए थे और उनमें से पानी रिस के पिच तक पहुंच गया। पूरा मैदान तो सूखा गया था लेकिन पानी रिसने कारण पिच गीली हो गई जो सुखाई नहीं जा सकी और अंतत: मैच को रद्द करना पड़ा।

भारतीय टीम के मैनेजर की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र होगा और यह रिपोर्ट बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली, सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल के सामने पेश की जाएगी।


इस मामले से संबंध रखने वाले सूत्र ने आईएएनएस से कहा कि स्थानीय क्यूरेटर इस स्थिति को संभालने के योग्य नहीं थे और यहीं गलती हो गई। मैनेजर की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया जाएगा।

उन्होंने कहा, “समस्या यह है कि आंतरिक विवादों के कारण उन्होंने पुराने क्यूरेटर मुकुत कालिता को हटा दिया और नए लोगों को चार्ज दिया जो मौके पर असफल हो गए क्योंकि उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं थी। आप कैसे इस बात से अनजान रह सकते हैं कि कवर्स में छेद हैं? उन्होंने उसके ऊपर सुपर सोबर डाल दिए और इसी कारण पानी रिसते हुए पिच तक पहुंच गया।”

सूत्र ने कहा, “आप इसके लिए बीसीसीआई के क्यूरेटर आशीष भौमिक को दोष नहीं दे सकते। उनको शायद पता भी नहीं था कि कवर्स में छेद हैं। मैनेजर की रिपोर्ट जो सचिव को जाएगी उसमें इस बात का जिक्र होगा कि जरूरी चीजों को लेकर ज्यादा जागरुकता होनी चाहिए थी।”


कालिता से जब संपर्क किया गयो तो उन्होंने आईएएनएस से कहा, “मैंने इसलिए इस्तीफा दिया क्योंकि मैं पिता बनने वाला था। मैं इस समय बीसीसीआई के साथ तटस्थ क्यूरेटर के तौर पर काम कर रहा हूं और मैं रणजी ट्रॉफी मैच के पुणे में था। इससे पहले मैं अगरतला और कोलकाता में था। जो हुआ वो बुरा था। जब बड़े मंच पर स्थिति गंभीर हो तो आप नवर्स हो जाते हैं, यह होता है।”

इस समय स्टेडियम में तीन क्यूरेटर काम कर रहे हैं जिनमें बीसीसीआई के क्वालीफाइड रातुल दास, बरसामंगल बरुआ और बिभास तालुकदार हैं जबकि बीसीसीआई के मुख्य क्यूरेटर भौमिक भी मैच के लिए स्टेडियम में मौजूद थे। भारतीय टीम के मैनेजर के अलावा मैच रेफरी डेविड बून और भौमिक की रिपोर्ट भी बीसीसीआई के पास जाएगी।

इस मामले में जब असम क्रिकेट संघ (एसीए) के सचिव देवाजीत साइकिया से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह साफ तौर पर ग्राउंड स्टाफ के पास कम समय का मामला है।

उन्होंने कहा, “पिच को सुखाने में लंबा समय लगता है। दिन के समय में यह अलग होता है। शाम 6: 30 बजे टॉस हुआ और इसके बाद भारी बारिश जो 7:53 तक जारी रही। एक घंटे तीन मिनट तक भारी बारिश हुई और अंपायरों ने कहा कि उन्हें 8: 45 तक मैदान तैयार चाहिए अन्यथा मैच रद्द कर दिया जाएगा। ग्राउंड स्टाफ को 57 मिनट दिए गए, अगर हमारे पास ज्यादा समय होता तो हम मैदान तैयार कर देते।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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