भोपाल में आजाद के बदले अर्जुन सिंह की प्रतिमा से सियासत गरमाई

  • Follow Newsd Hindi On  

भोपाल, 11 नवंबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश की राजधानी में जिस जगह से आजादी के सेनानी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा हटाई गई थी, उसी स्थान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह की आदमकद प्रतिमा के अनावरण की तैयारी चल रही है। इस पर राज्य की सियासत गरमा गई है। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। यहां के बोर्ड ऑफिस चौराहे से न्यू मार्केट को जोड़ने वाले मार्ग पर बने बीआरटीएस के चलते सड़क के बीचोबीच स्थित चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को हटाकर सड़क किनारे कर दिया गया था। अब उसी स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की आदमकद प्रतिमा लगाई गई है।

तीन साल पहले, भाजपा सरकार के समय यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए राजधानी के मुख्य मार्गो से आजाद सहित पं. दीनदयाल उपाध्याय, शंकरदयाल शर्मा, अग्रेसन महाराज और पं.उद्धवदास मेहता की प्रतिमाओं को हटाकर सड़क किनारे स्थापित किया गया था। सरकार बदलने के बाद अब मुख्य मार्ग पर पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई है। यह वही स्थान है, जहां से आजाद की प्रतिमा हटाई गई थी।


राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजाद की प्रतिमा वाले स्थल पर पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा स्थापित किए जाने पर ऐतराज जताया है। उनका कहना है, “क्रांतिकारी आजाद के साथ ऐसा कृत्य होने से मध्यप्रदेश शर्मिदा है। आजाद की प्रतिमा की जगह पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा लगाने का जिसने दुस्साहस किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो।”

वहीं, कांग्रेस की ओर से प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि एक वर्ष पूर्व महापौर परिषद और निगम परिषद ने पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पारित किया था, उसी का पालन किया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार, नगर निगम ने 11 लाख 95 हजार रुपये की लागत से अर्जुन सिंह की 10 फुट ऊंची आदमकद प्रतिमा बनवाई है, जिसका वजन 985 किलोग्राम है। यह प्रतिमा स्थापित हो चुकी है, जिसका अनावरण होना बाकी है। इस प्रतिमा का सोमवार (11 नवंबर) को अनावरण प्रस्तावित था, मगर राजधानी में अयोध्या राम जन्मभूमि मामले पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद से निषेधाज्ञा लागू है। इसलिए अनावरण कार्यक्रम को स्थगित किया गया है।


विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव का कहना है कि प्रदेश सरकार की भक्ति में अधिकारी महापुरुषों को भी भूल गए हैं। यह घोर लापरवाही शहीद चंद्रशेखर आजाद का अपमान है। पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा लगाने के लिए सरकार के पास शहर में और भी कई जगहें हैं। लेकिन यह कृत्य बताता है कि सरकार के पास शहीद के सम्मान के लिए जगह नहीं है।

वहीं, नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि सभी पक्षों से बात किए जाने के बाद अर्जुन सिंह की प्रतिमा के अनावरण की तारीख तय की जाएगी।

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)