बीजिंग | चीन ने अपनी बेल्ट व रोड परियोजना (बीआरआई) के संबंध में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बयान की गुरुवार को आलोचना की।
पोम्पियो ने अपने भारत दौरे के दौरान कहा कि बीजिंग का कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट तारों से जोड़ने वाला नहीं, बल्कि बेड़ियां डालने वाला है।
अमेरिका का आरोप है कि चीन अपने मेगा बेल्ट व रोड प्रोजेक्ट के तहत कर्ज प्रदान करके गरीब देशों को कर्ज के फंदे में फंसा रहा। बीआरआई का उद्देश्य यूरोप और एशिया को सड़कों के नेटवर्क और समुद्री मार्गो व पत्तनों से जोड़ना है।
भारत ने बेल्ट और रोड परियोजना के मुख्य मार्ग, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा का विरोध किया है जो इस्लामाबाद के कब्जे वाले कश्मीर के विवादित हिस्से से गुजरता है, जिस पर नई दिल्ली अपना दावा ठोकता रहा है।
चीन की परियोजना का प्रबल आलोचक पोम्पियो ने बुधवार को अपने भारत दौरे के दौरान यह मसला उठाया।
उन्होंने कहा, “बेल्ट और रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) पर हस्ताक्षर करने वाले दुनिया के इस हिस्से के देश बीजिंग के करार में तारों से जुड़े नहीं, बल्कि बेड़ियों में जकड़ गए हैं।”
बीजिंग ने अमेरिकी विदेश मंत्री के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि लगता है, वह वशीभूत या भुलावा में हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, “मुझे नहीं मालूम कि क्या श्रीमान पोम्पियो वशीभूत या भुलावा में हैं, लेकिन वह जहां कहीं भी जाते हैं, बीआरआई के बारे में बोलते हैं। दुर्भाग्य से लगता नहीं कि लोग बीआरआई पर दोषारोपण करने वाली उनकी बात सुनते हैं।”