बिग बॉस सर्वाइवल किट : घर में रह रहे पूर्व प्रतियोगियों ने साझा किए रहस्य

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नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिग बॉस के घर में हफ्तों-महीनों तक रहना, कई तरह के टास्क करना, आपके हर कदम पर कैमरों की नजर होना और फिर उसका पूरी दुनिया के सामने आना। ये सब ऐसी चीजें हैं, जिन्हें झेलना आसान नहीं है।

बिग बॉस के अधिकांश हाउसमेट्स का कहना है कि इसके लिए एक मजबूत रक्षा तंत्र का होना बहुत जरूरी है। ‘बिग बॉस 7’ की विजेता गौहर खान इस सर्वाइवल किट को पर्सनैलिटी से जोड़ती हैं।


गौहर ने आईएएनएस से कहा, “शो जीतने का कोई निश्चित फॉर्मूला नहीं है, लेकिन इसका बड़ा संबंध आपकी पर्सनैलिटी से है। आप क्या हैं और दर्शकों से कितनी अच्छी तरह जुड़ते हैं, यह सबसे ज्यादा मायने रखता है। हर किसी का व्यक्तित्व अलग होता है। बस यह पता होना चाहिए कि उसे दर्शकों के सामने कैसे दर्शाएं।”

7वें सीजन में आकर्षण का केंद्र रहीं अभिनेत्री काम्या पंजाबी बीच में ही शो छोड़ना चाहती थीं। वह कहती हैं, “घर में रहना आसान नहीं है। मुझे याद है कि ऐसा समय आ गया था, जब मुझे लगता था कि मुझे अपनी बेटी से मिलने के लिए शो छोड़ना पड़ेगा। मुझे नहीं पता था कि दोबारा मुझे यह मौका मिलेगा या नहीं इसलिए मैं इसे छोड़ना नहीं चाहती थी।”

13वें सीजन के स्टार पारस छाबड़ा जोर देकर कहते हैं, “लोग एक सच्चे व्यक्ति से प्यार करते हैं। आप जैसे हैं, वैसे रहें। यदि कुछ गलत होता है, तो भी अपने विश्वासों के साथ मजबूती से खड़े रहें।”


पारस के साथ करीबियों के कारण चर्चा में रहीं माहिरा शर्मा की राय भी पारस की तरह है। वह कहती हैं, “मुझे लगता है कि मेरी ईमानदारी और वास्तविकता ही काम आई। मैं केवल किसी चीज के लिए दूसरों के साथ संबंध नहीं बना सकती।”

13वें सीजन की हाउसमेट आरती सिंह के लिए उनकी सर्वाइवल किट में कुछ अलग चीजें थीं। वह कहती हैं, “मुझे पता था कि यह खुद को साबित करने का मेरा आखिरी मौका था। यदि मैं कहूं कि घर में रहना आसान था, तो यह झूठ होगा। घर में रहने के दौरान मुझे पैनिक अटैक होता था और यह सब नेशनल टीवी पर दिखाई देता था। मैंने अपनी हर असलियत दिखाई, फिर चाहे वो कॉन्फिडेंस था या मेरा ओवरस्मार्ट या फिर ‘लल्लू’ की तरह दिखना, वो सब असल था। लोग सच्चाई और ईमानदारी की सराहना करते हैं।”

क्या दुर्व्यवहार करना, झगड़े करने जैसे शो के ट्रेडमार्क प्रतियोगियों को आखिर तक बने रहने में मदद करते हैं? इस बात से 13वें सीजन की अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्जी असहमत हैं।

वह कहती हैं, “अपमानजनक व्यवहार आपको जीवित रहने में मदद कर सकता है, लेकिन यह बहुत नकारात्मक असर भी डाल सकता है। मुझे याद है कि सलमान सर हमें चेतावनी देते थे कि शो के बाहर भी जिंदगी है और हमें खुद को गरिमापूर्ण तरीके से पेश करना है।”

पारस कहते हैं, “अनावश्यक झगड़े मुश्किल पैदा कर सकते हैं। कई ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब प्रतियोगी अपने झगड़े के कारण घर से बाहर हो गए।”

–आईएएनएस

एसडीजे/एसजीके

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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