बिहार में 2021 की जनगणना जातिगत आधार पर होगी। गुरुवार को बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारति हो गया।
Bihar assembly passes unanimous resolution in favour of caste-based census. pic.twitter.com/L6uLjZ3cIc
— ANI (@ANI) February 27, 2020
इससे पहले भी कई मौकों पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जातिगत जनगणना का समर्थन कर चुके हैं। जातिगत जनगणना कराए जाने का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा था, “हम भी चाहेंगे कि जातिगत जनगणना हो। जातिगत जनगणना 1930 में हुई थी, उसके बाद नहीं हुई है। इस जनगणना से स्पष्ट हो जाएगा कि कितने लोग किस जाति के रहते हैं।”
गौरतलब है कि 7 फरवरी को जदयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान जातिगत जनगणना का मामला उठाया था। उन्होंने सरकार से साल 2021 में जनगणना के साथ जातिगत जनगणना कराये जाने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस मांग को कई बार उठा चुके हैं।
Ram Nath Thakur, Janata Dal-United (JD-U) MP has given a Zero Hour Notice in Rajya Sabha over “demand for caste specific census in 2021”.
— ANI (@ANI) February 7, 2020