कोरोना लॉकडाउन के दौर में देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों और छात्रों के स्पेशल ट्रेन (Special train) से बिहार आने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में मंगलवार को केरल के एर्नाकुलम (Ernakulam) से एक स्पेशल ट्रेन बरौनी जंक्शन पहुंची। इसमें अलग-अलग जिलों के करीब 1200 मजदूर वापस आए। न्यूज़ 18 की एक खबर के मुताबिक, एर्नाकुलम से बरौनी आने के लिए मजदूरों को 1040 रुपये का टिकट लेना पड़ा है।
हालाँकि, मजदूरों ने बताया कि रास्ते में प्रशासन के द्वारा उनका पूरा ख्याल रखा गया था और खाने-पीने से लेकर किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने दी गई। इन मजदूरों की रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें संबंधित जिले एवं प्रखंडों तक भेजा जाएगा। वहां दोबारा स्क्रीनिंग के बाद उन्हें क्वारंटीन किया जाएगा। गौरतलब है कि बुधवार की सुबह भी सूरत से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन बरौनी पहुंचेगी तथा शाम में एक ट्रेन श्रमिक को लेकर साबरमती से बेगूसराय आएगी।
बेगूसराय जिलाधिकारी ने कही ये बात
केरल से आने वाले श्रमिकों से रेल किराया लेने के संबंध में जब बेगूसराय के जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी जाएगी। फिर जो दिशा-निर्देश मिलेगा उसके अनुसार काम किया जाएगा।
सीएम ने कहा- सरकार देगी किराया
बता दें कि सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाहर से आ रहे बिहार के छात्रों और मजदूरों को रेल का किराया नहीं देना है। राज्य सरकार रेलवे को पैसा दे रही है। मजदूरों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि बिहार के जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं, वो जिस स्टेशन पर आएंगे वहां से उनके प्रखंड मुख्यालय तक ले जाया जाएग। सीएम ने कहा कि ऐसे लोगों को जो किराया लगा है, बिहार सरकार वह पैसा उन्हें दे देगी। जब मजदूर या बाहर से आए लोग 21 दिन बाद क्वारंटाइन सेंटर से निकलेंगे तो खर्च के अलावा 500 रुपए दिया जाएगा।