बिहार में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच बक्सर में बीजेपी सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Choubey) के लापता होने वाले पोस्टर लगाए गए हैं। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने बक्सर जिले में जगह-जगह अश्विनी कुमार चौबे के लापता होने वाले पोस्टर लगाए गए हैं। उनका आरोप है कि स्थानीय सांसद ने पिछले 6 महीने से बक्सर की जनता की सुध नहीं ली है।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव की आहट से जिले में सियासी सरगर्मी बढ़ रही है। अश्विनी चौबे के विरोधियों का कहना है कि बाहर से आने वाले उम्मीदवार जिले की जनता के साथ अक्सर यही बर्ताव करते हैं। जनता का वोट लेते हैं और फिर दिल्ली में जाकर बैठ जाते हैं।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अनुराग त्रिवेदी ने कहा है कि स्थानीय सांसद अश्विनी चौबे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री हैं, लेकिन जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत बिल्कुल चौपट है। लोगों को कोरोना काल में इलाज और अन्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही है और 6 महीने से बीजेपी सांसद लापता हैं। एनएसयूआई ने सांसद को ढूंढ़ने वाले को उचित इनाम देने की घोषणा भी की है।
इस दौरान बक्सर कांग्रेस आईटी सेल के जिलाध्यक्ष विनय ओझा, एनएसयूआई उपाध्यक्ष विकास पांडेय , विशाल खरवार, राम प्रतीक चौबे, नागेश, अंकित, दीपक, आसिफ, सर्फ़राय सिद्दीकी, अंकित, विकास आदि मौजूद थे।
सांसद का प्रयास सराहनीय: बीजेपी
वहीं बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के जनप्रतिनिधि कोरोना संकट में गायब रहे। वहीं भाजपा के कार्यकर्ता लोगों की सेवा में दिन-रात जुटे रहे। एनएसयूआई को अपने विधायक से पूछना चाहिए कि कोरोना के संकट काल में कहां गायब है कितनों को उन्होंने मदद की। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के विशेष प्रयास से ऑक्सीजन सिलेंडर आइसोलेशन बेड आदि मिले हैं।
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस व उनके छात्र संगठन को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार भाई भतीजावाद व जनता के शोषण आदि में संलग्न रहने वाले कांग्रेसी एवं एनएसयूआई अपने राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी की खोज खबर लेते तो बहुत अच्छा होता।