बिहार में लगातार हो रही बारिश और बाढ़ (Bihar Floods) के लिए बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे (Ashwini Kumar Choubay) ने ‘हथिया नक्षत्र’ (हस्त नक्षत्र) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बारिश ने प्राकृतिक आपदा का रूप ले लिया है। सरकार इससे पूरी तरह निपटने के लिए तैयार है। इसके अलावा उन्होंने विपक्ष को भी पाप का भागी बताया।अश्विनी चौबे के बयान पर अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने तंज कसा है।
तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा कि पटना शहर में पिछले 15 साल से मेयर, सभी पांच विधायक, पांच सांसद बीजेपी के हैं। बिहार में 15 साल से एनडीए की सरकार है। अब जलजमाव के लिए नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी को मुगल, जवाहरलाल नेहरू, लालू यादव, मौसम, प्रकृति और नक्षत्र को दोष देना चाहिए।
Mayor, all 5 MLAs & 5 MPs ( 2LS, 3RS) of/from Patna City for last 15 years are from BJP. In Bihar,it’s Nitish’s led NDA govt since last 15 yrs. Now Nitish Ji & Sushil Modi must blame Mughals, Nehru, Lalu, Weather, Nature & Nakshtra for water logging and their (mis)rule of 15yrs. https://t.co/gnArSEYixN
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 30, 2019
तेजस्वी ने एक और ट्वीट में लिखा, “बिहार आज जिस चीज से पीड़ित है और पूरा देश जिससे स्तब्ध है वह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि नीतीश सरकार द्वारा तैयार या यूँ कहें कि मानव निर्मित आपदा है। क्या 14 साल के (कु)शासन के बाद कोई सीएम, जिसके पास शर्म बचा हो, वह ड्रेनेज सिस्टम (जल निकासी व्यवस्था) के अभाव में मौसम या हथिया नक्षत्र को जिम्मेदार ठहरा सकता है?
What Bihar is suffering from & what has shocked the nation is not a natural disaster but Nitish govt made calamity or we can say One man invited calamity.
After (mis)rule of 14 yrs Can a CM, worth any shame, blame weather or हथिया नक्षत्र for complete absence of drainage system?
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 30, 2019
बता दें, पटना समेत कई जिलों में लगातार हो रही बारिश और जलभराव पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को कहा था कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है। कुदरत पर कौन काबू कर सकता है। इसके बाद विपक्ष के नेता लगातार बिहार सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
ज्ञात हो कि बिहार में बाढ़ और बारिश से पिछले 5 दिनों में 29 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने राज्य के 14 जिलों में आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। पटना की सड़कों पर गाड़ियां चलने की बजाय नाव तैर रही हैं। कुछ इलाकों में घर बाढ़ के पानी में ऐसे डूब गए हैं कि उनके ग्राउंड फ्लोर का तो पता ही नहीं चल रहा है। पटना में 36 बोट और 75 ट्रैक्टर बचाव और राहत कार्य में लगाए गए हैं। प्रशासन के मुताबिक अब तक 26,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल चुका है।