बिहार के पाटलिपुत्र से बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) बुधवार को डूबने से बाल-बाल बच गए। बताया जाता है कि नाव पर कुछ समर्थकों के साथ फोटो शूट कराने के क्रम में अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और वे 12 फीट की गहराई में जा गिरे। किनारे खड़े ग्रामीणों ने जैसे-तैसे खींचकर उन्हें बचा लिया।
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दरअसल, गांधी जयंती पर रामकृपाल यादव (Ram kripal Yadav) को संसदीय क्षेत्र में ‘गांधी संकल्प यात्रा’ शुरू करनी थी। बाढ़ की वजह से यह कार्यक्रम टला तो वह बाढ़ग्रस्त इलाके के दौरे पर निकल गए। वह दरधा नदी में आई बाढ़ के बाद धनरुआ के कई गांवों का निरीक्षण करने गए थे, तभी कुछ समर्थकों ने उनसे टायर की बनी एक छोटी से नाव में चलने की जिद की। समर्थकों की जिद के चलते वो टायर से बनी नाव पर सवार हो गए। अचानक कुछ दूर जाने के बाद टायर वाली नाव का संतुलन बिगड़ने से वह पलट गई, जिससे रामकृपाल यादव नदी में गिर गए।
#WATCH Bihar: BJP MP Ram Kripal Yadav falls into the water after the makeshift boat he was in, capsized in Masaurhi, Patna district, during his visit to the flood affected areas yesterday. He was later rescued by the locals. (02.10.2019) pic.twitter.com/iwI4OdNGiH
— ANI (@ANI) October 3, 2019
इस हादसे के बाद वहां अफरातफरी का माहौल हो गया। किसी तरह से रामकृपाल यादव को सुरक्षित बचाया गया। सांसद ने कहा कि वे तैरना भी नहीं जानते तो डूब जाते। उन्होंने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी भ्रमण की सूचना देने के बावजूद नहीं आए। प्रशासन ने भी नाव उपलब्ध नहीं कराया। उन्होंने बताया कि दर्जनों गांवों के घर-घर में तीन-चार फीट पानी लगा है। जनता पीड़ा में है। जिलाधिकारी फोन तक नहीं उठा रहे हैं।
अगले 48 घंटे में फिर हो सकती है भारी बारिश
बता दें कि बाढ़ से जूझ रहे बिहार के लिए अगले दो दिन फिर से परेशानी का सबब बन सकते हैं। दो दिनों की राहत के बाद राज्य में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने के अनुमान हैं। मौसम विभाग की मानें तो राजधानी पटना समेत मध्य बिहार के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। तीन अक्टूबर को बिहार के दक्षिण-पश्चिमी जिलों में बारिश का अलर्ट है। इस हिसाब से गुरुवार और शुक्रवार का दिन बिहार के लोगों के लिए फिर से मुश्किलों भरा साबित हो सकता है।
पटना में नदियां उफान पर, जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
गौरतलब है कि बारिश से पटना की सड़कों पर जलभराव हो गया है। वहीं नदियां भी उफान पर हैं। रिपोर्ट के मुताबिक गंगा के साथ ही पुनपुन नदी भी उफान पर है। पुनपुन नदी का जलस्तर 1975 के रिकॉर्ड के बिल्कुल नजदीक पहुंच गया है। नदी का पानी निचले इलाकाें में फैल गया है। वहीं दरधा नदी में भी उफान पर है। दरधा नदी का पानी भी कई इलाकों में फैल गया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है।