दरभंगा से कटा कीर्ति आजाद का टिकट, दिल्ली की इस सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

  • Follow Newsd Hindi On  
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद बने दिल्ली कांग्रेस के नए अध्यक्ष, शीला दीक्षित के निधन के बाद से खाली था पद

बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों का सिलसिला जोर-शोर से चल रहा है। पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। सभी 40 सीटों के लिए एनडीए उम्मीदवारों के नाम घोषित हो चुके हैं। लेकिन, महागठबंधन के सभी प्रत्याशियों के नाम सामने नहीं आये हैं। महागठबंधन में दरभंगा सीट को लेकर संशय कायम है। इसी बीच बड़ी खबर आ रही है कि दरभंगा के निवर्तमान सांसद और हाल ही में कांग्रेस का हाथ थामने वाले कीर्ति आजाद का उनकी परंपरागत सीट से टिकट कट सकता है। सूत्रों की मानें तो महागठबंधन में शामिल राजद दरभंगा सीट को लेकर अड़ गयी है और कीर्ति आजाद को इस सीट से हाथ धोना पड़ सकता है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद के बेटे हैं और दरभंगा से भाजपा के टिकट पर 3 बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। पिछले महीने कांग्रेस में शामिल होते वक्त कीर्ति ने कहा था कि वो दरभंगा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। पार्टी में शामिल होने के बाद वह दरभंगा भी पहुंचे और चुनाव की तैयारियों में जुट गए। लेकिन, अपने चहेते सीट से टिकट कटने की स्थिति में उन्हें निराशा का सामना करना पड़ सकता है।


उत्तर-पूर्वी दिल्ली से मिल सकता है टिकट

साथ ही, कीर्ति आजाद के बारे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान उन्हें उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट से टिकट दे सकती है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पूर्वांचली वोटरों की संख्या काफी अधिक है। इसलिए कीर्ति आजाद के बिहारी और मिथिलांचली पृष्ठभूमि को देखते हुए उन्हें यहाँ से मैदान में उतारे जाने की संभावना है। इसके अलावा कीर्ति आजाद एक बार दिल्ली की गोल मार्केट (अब नई दिल्ली) सीट से विधायक भी रह चुके हैं। उनकी पत्नी पूनम आजाद भी दिल्ली की राजनीति में सक्रिय रही हैं और बीजेपी के टिकट पर शीला दीक्षित के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं। हालाँकि, अभी वह कांग्रेस पार्टी में हैं।

आपको बता दें कि अभी नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के सांसद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और भोजपुरी गायक-अभिनेता मनोज तिवारी हैं। पूर्वांचल का बड़ा चेहरा होने के कारण मनोज तिवारी पर ही बीजेपी फिर से दांव आजमाएगी। वहीं, आम आदमी पार्टी ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से दिलीप पांडे को उम्मीदवार बनाया है। दिलीप भी पूर्वी उत्तर-प्रदेश से आते हैं और अन्ना आंदोलन के समय से ही पार्टी में अहम पदों पर सक्रिय रहे हैं।

गौरतलब है कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाओं का बाजार भी काफी गर्म है। हालाँकि, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित गठबंधन से इनकार कर चुकी हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस मसले पर सोमवार को अंतिम निर्णय लेंगे। अगर दोनों पार्टियों में गठबंधन होता है तो ये देखना दिलचस्प होगा कि नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से संयुक्त उम्मीदवार कौन होगा!



बीजेपी से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल, राहुल गांधी ने किया स्वागत

दिल्ली से निगम पार्षद का चुनाव नहीं जीत पाए थे संबित पात्रा, अब पुरी लोकसभा सीट से लड़ेंगे

दरभंगा लोकसभा सीट: किसके सिर सजेगा ताज?

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)