बिहार में महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर कई दिनों से कोशिशें जारी हैं, मगर अभी तक यह कोशिश किसी आखिरी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है और इस तरह बिहार में महागठबंधन की गांठ अभी तक नहीं सुलझी है।
बीते एक हफ्ते से चल रहे बातचीत के कई राउंड के बावजूद अब तक महागठबंधन में सीटों के बंटवारे का अंतिम हल नहीं निकल पाया है। इन सब के बीच यह भी कहा जा रहा है कि बातचीत का दौर फिलहाल चलता रहेगा। हालांकि, सूत्रों के हवाले से यह खबर भी आ रही है कि कांग्रेस बिहार में 9 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और इस पर सहमति बन चुकी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, राजद 19, कांग्रेस 10, रालोसपा 4, हम 3, VIP 2, भाकपा(माले) 1 और शरद यादव की लोजद 1 सीट पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं, दूसरे फॉर्मूले पर भी बात हो रही है जिसके तहत राजद और लोजद 20, कांग्रेस-9, रालोसपा-5, हम-3, VIP-2, भाकपा (माले) 1 सीट पर चुनाव लड़ सकती है।
इन सारी गहमागहमी के बीच कांग्रेस ने ‘ऑल इज वेल’ कहा है। कहा जा रहा है के गठबंधन के अंतिम स्वरूप पर कांग्रेस नेताओं की बैठक में फॉर्मूला तय कर लिया गया है। हालांकि महागठबंधन के सूत्रों के अनुसार आखिरी दौर में प्रेशर पॉलिटिक्स का दौर भी जारी है।
जाहिर है सीट बंटवारे पर अब सारा दारोमदार कांग्रेस पर है कि वह आखिरी फैसला क्या लेती है। सूत्रों के अनुसार अगर आज बात नहीं बनी तो महागठबंधन के घटक दलों की संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस बुधवार को होगी। वहीं राजद आखिरी वक्त तक कांग्रेस के रुख का इंतजार करना चाहती है।
इन सब के बावजुद अगर बात नहीं बनेगी तो बुधवार को होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजद 9 सीटें छोड़कर बाकी दलों के सीट बंटवारे का ऐलान कर देगी। मगर इस प्रक्रिया में कांग्रेस शामिल होगी की नहीं, इसको लेकर अभी अटकलों का दौर जारी है।
हालांकि तेजस्वी यादव लगातार दिल्ली में इसपर सहमति बनाने के लिए कोशिश करते रहे हैं कि कांग्रेस गठबंधन में शामिल हो। सहयोगी दलों ने भी कांग्रेस से बड़ा दिल दिखाने की अपील की है।