टिक-टॉक पर लोग मजे के लिए वीडियो बनाते हैं। मगर बिहार के मुजफ्फपुर में फनी वीडियो बनाने चक्कर में ऐसा सीन क्रिएट किया गया कि वीडियो सचमुच एक युवक के अपहरण जैसा लगा। देखते ही देखते यह वीडियो पूरे शहर में वायरल होने लगी। वीडियो इतनी वास्तविक लगी कि वरीय पुलिस अधिकारी भी अपहरण की आशंका जाहिर करने लगे और प्रशासन में हड़कंप मच गया।
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दरअसल, शहर के सोनारपट्टी के एक आभूषण व्यवसायी के पुत्र को हथियार के बल पर कार सवार अपराधियों द्वारा उठा ले जाने की सूचना किसी ने वरीय पुलिस अधिकारियों को दी। आभूषण मंडी से दिनदहाड़े अपहरण की सूचना से पूरे शहर में सनसनी मच गई। पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सिटी एसपी नीरज कुमार सिंह सहित कई वरीय पुलिस अधिकारी सोनारपट्टी पहुंच गए। पुलिस ने आनन-फानन में मौके पर पहुंचकर तहकीकात की तो पता चला कि ये मामला टिक-टॉक वीडियो बनाने का है। हालांकि वीडियो बनाने वाला युवक सामने नहीं आया।
दुकान खुलते ही पुलिस के पहुँचने से मची गहमागहमी
रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह लगभग दस बजे सोनारपट्टी की दुकानें खुल ही रही थी कि अचानक बड़ी संख्या में पुलिस की गाड़ियां दनादन पहुंच गईं और इलाके में हड़कंप मच गया। किसी बड़ी घटना की आशंका से व्यवसायी सहम गए। हर कोई एक दूसरे से पुलिस के आने की वजह जानना चाह रहे थे, लेकिन किसी को कुछ भी पता नहीं था। पुलिस भी हैरत में थी कि आखिर दिनदहाड़े अपहरण की घटना घटी और इलाके में किसी को इसकी जानकारी तक नहीं है। जब संबंधित युवक के परिजनों से पुलिस ने जानकारी ली तो पूरा माजरा सामने आया। इसके बाद पुलिस वहां से लौटी।
घटना के संबंध में नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने कहा कि झूठी सूचना देकर सनसनी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।