पटना। बिहार की राजधानी पटना सहित राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में पिछले पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। इस बीच अगले 24 घंटे के दौरान भी मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी देते हुए अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे के दौरान पटना में 91.60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। सोमवार को पटना का न्यूनतम तापमान 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है, “अगले 24 घंटे के दौरान पटना सहित राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे तथा कई इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं।” बारिश और जलजमाव के कारण पटना सहित विभिन्न जिलों के शिक्षण संस्थानों को मंगलवार तक के लिए बंद करने का निर्देश दिया गया है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान पूर्णिया में 174.94 मिलीमीटर, भागलपुर में 92.80 मिलीमीटर तथा गया में 20.60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, भागलपुर का सोमवार का न्यूनतम तापमान 22.6 डिग्री सेल्सियस, गया का 22.8 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया में 21.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।सोमवार को पटना का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की संभावना है।
जल संसाधन विभाग ने संबंधित अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और जिला अधिकारियों से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राजधानी पटना में शनिवार से 151 मिलीमीटर की बारिश हुई है, जोकि हाल के वर्षो में एक रिकार्ड है। पटना में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है और यहां हर जगह पानी दिखाई दे रहा है। लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है, क्योंकि अधिकतर संकरी गलियां पानी से भरी हुई हैं।
बता दें, बिहार में रविवार को भारी बारिश जारी रही। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ व बारिश की वजह से 24 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ और बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई जिलों में राष्ट्रीय राजमार्गो के क्षतिग्रस्त होने की रिपोर्ट है। राज्य में कई जगह बाढ़ का पानी घरों, दुकानों और अस्पतालों में घुस गया है। बारिश की वजह से ट्रेनों की आवाजाही, सड़क परिवहन और विमान के संचालन पर असर पड़ा है। लंबी दूरी की 12 ट्रेनों और कई यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। गंगा, कोसी, गंडक, बागमती, महानंदा जैसी बड़ी नदियों में जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे कई जगहों पर बांध टूटने का खतरा पैदा हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों सतेंद्र नारायण सिंह एवं जीतन राम मांझी के घरों में भी पानी घुस गया है। इसके अलावा पानी पटना में बोरिंग रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री सतेंद्र नारायण सिंह, भाजपा के सांसद राजीव प्रताप रूड़ी और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास में भी घुस गया है।