बिहार की इस सीट पर दिखा कड़ा मुकाबला, पोस्टल बैलेट से हुआ हार-जीत का फैसला

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बिहार की इस सीट पर दिखा कड़ा मुकाबला, पोस्टल बैलेट से हुआ हार-जीत का फैसला

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आ चुके हैं। देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई सरकार का गठन जल्द ही होने वाला है। इस बीच चुनाव परिणाम की समीक्षा जारी है। देखा जाए तो 17वीं लोकसभा चुनाव में ज्यादातर सीटों पर मुकाबला एकतरफा रहा। लेकिन कुछ सीट ऐसे भी रहे जहाँ प्रत्याशियों के टक्कर देखने को मिली और हार-जीत का अंतर काफी कम रहा। बिहार की जहानाबाद सीट पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहाँ हार-जीत के फैसले में पोस्टल बैलेट ने निर्णायक भूमिका निभाई। देर रात तक पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ही जदयू व राजद प्रत्याशियों के बीच हार-जीत का निर्णय हो सका।

जहानाबाद सीट पर आरजेडी के सुरेंद्र यादव और जदयू के चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के बीच बेहद नजदीकी मुकाबला देखने को मिला। सुरेंद्र यादव ने ईवीएम वोटों की गिनती में बढ़त बनाई हुई थी। लेकिन, पोस्टल बैलेट के 11 राउंड की गिनती के बाद जदयू प्रत्याशी आगे निकल गए और उनकी जीत हुई। चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने सुरेंद्र यादव को 1751 मत से हरा दिया। चंद्रेश्वर प्रसाद को 335584 मत मिले। जबकि सुरेंद्र यादव ने 333833 मत हासिल किए।


आपको बता दें कि सर्विस वोटरों के मतदान के लिए पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल होता है। दूसरे प्रदेशों में ड्यूटी पर तैनात अर्धसैनिक बलों और सेना के जवान अपने-अपने गृह क्षेत्र के उम्मीदवारों के पक्ष में पोस्टल बैलेट से मतदान करते हैं। ऐसे मतदाता दूसरे प्रदेशों में सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण निष्पक्ष मतदान को सुनिश्चित करने में लगे होते हैं।

चुनाव आयोग ने बिहार के सात चरणों में 40 संसदीय क्षेत्रों के लिए कराए गए मतदान के बाद संसदीय क्षेत्रवार रद्द घोषित किए गए वोटों का ब्यौरा जारी किया है। इस बार बिहार में 23 हजार 792 कीमती वोट रद्द हो गए। रद्द होने वाले ये वोट सर्विस वोटरों के पोस्टल बैलेट के थे। बिहार में सर्विस वोटर की कुल संख्या 1 लाख 52 हजार 670 है।

सबसे अधिक नवादा में रद्द वोट हुए

सबसे अधिक नवादा में 2229 पोस्टल वोट रद्द हुए है। वहीं, झंझारपुर में 1829, आरा में 1780, गोपालगंज में 1180, पाटलिपुत्र में 1060, मधुबनी में 998, बेगूसराय में 909, हाजीपुर में 863, सासाराम में 828, सीतामढी में 751, काकाराट में 748, पूर्वी चंपारण में 751 वोट रद्द किए गए है। इसी प्रकार सभी 40 संसदीय सीटों में अलग-अलग पोस्टल वोट रद्द हुए है। सबसे कम वैशाली में 21 वोट रद्द घोषित किए गए। औसतन सभी 40 संसदीय सीटों में 594 वोट रद्द हुए हैं।


मालूम हो कि पोस्टल बैलेट में दो स्थानों पर चिन्ह लगा देने, व्यक्तिगत ब्यौरा त्रुटिपूर्ण होने, चिह्न की जगह दस्तखत कर देने अथवा मुख्य नियंत्री पदाधिकारी के हस्ताक्षर नहीं होने सहित अन्य कारणों से पोस्टल बैलेट रद्द घोषित किए जाते हैं। बैलेट पेपर (मतपत्र ) से वोट दिए जाने के दौर में वोट के रद्द होने के संख्या काफी हुआ करती थी, जो अब बीते जमाने की बात हो चुकी है। ईवीएम के इस्तेमाल होने के बाद मत के रद्द होने की गुंजाइश लगभग समाप्त हो गयी है।

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