बिहार समेत देशभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। इस बीच फेक न्यूज़ और अफवाहों का दौर भी जारी है। शुक्रवार को बिहार के पूर्णिया जिले में कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने की खबर फैल गई। सोनभद्र एक्सप्रेस नामक एक न्यूज़ पोर्टल ने अपनी खबर में दावा किया कि जिले में कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि होने के बाद प्रशासन सकते में आ गया है और डीएम राहुल कुमार ने पूर्णिया को पूरी तरह सील करने के आदेश दिए हैं। हालाँकि, इस खबर में कोई सत्यता नहीं है। पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने इसका खंडन किया है।
शुक्रवार को उन्होंने ट्विटर पर इस खबर को फेक न्यूज़ करार देते हुए पोर्टल पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
#FakeNews Lagal action being taken against portal. https://t.co/VmMGqTBaCj
— Rahul Kumar (@rahulias6) April 10, 2020
गौरतलब है कि जिला प्रशासन की सक्रियता की वजह से पूर्णिया अब तक कोरोना वायरस महामारी से अछूता है। डीएम राहुल कुमार ने शुक्रवार को बताया कि जिले में 60 टेस्ट किये गए हैं, जिनमें 57 के रिजल्ट नेगेटिव आए हैं। वहीं, 3 सैंपलों के जांच रिपोर्ट आने बाकी हैं। साथ ही जिले में 9000 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। जिले में देश-विदेश से करीब 5000 लोग आए हैं।
57 out of 60 test report received. All negative so far for Purnea. #CoronaUpdatesInIndia
— Rahul Kumar (@rahulias6) April 10, 2020
बता दें कि कोरोना से बचाव के लिए पूर्णिया में आम लोगों द्वारा लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने कोरोना से मुकाबले के लिए उचित प्रबंधन किया है। यही कारण है कि अब तक जिले में किसी भी व्यक्ति के इस बीमारी की चपेट में आने की खबर नहीं आई है। लोगों को घरों में रहने के प्रति जागरूक करने के लिए जिला पुलिस लगातार गश्त लगा रही है। साथ ही बेवजह सड़कों पर निकलने वाले या गाड़ियां लेकर आने वालों की जांच की जा रही है।
Visited vegetables market, village quarantine centre and check-post at Purnea- Katihar border. Field level functionaries are working hard in #FightAgainstCOVID19 pic.twitter.com/2odK7LiIz9
— Rahul Kumar (@rahulias6) April 10, 2020
पूर्णिया जिले में बाहर से आने वालों की निगरानी के लिए पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया गया है। यह टीम कोरोना की शिकायत और कहीं से भी आने वालों पर नजर बनाए रखती है। शहर में बाहर से आने वालों की निगरानी के लिए डॉक्टरों की टीम एंबुलेंस के साथ मुस्तैद रहती है। बाहर से आए लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है। ऐसे वार्ड की कमी न हो, इसके लिए शहर के 16 होटलों को चिह्नित कर रखा गया है।
शहर में जरूरी चीजें मुहैया कराने और कालाबाजारी रोकने के लिए जिला प्रशासन ने अनुमंडलों के प्रधानों को सक्रिय कर रखा है। आवश्यक सेवा वाले वाहनों के लिए पास लगातार जारी करते रहने से सामान की आपूर्ति पर असर नहीं पड़ा है।