मोदी मंत्रीमंडल से त्यागपत्र देकर महागठबंधन का हिस्सा बनने वाले पूर्व केंद्रिय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा में विवाद गहराता जा रहा है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने पार्टी अध्यक्ष कुशवाहा पर पैसा लेकर टिकट बेचनें का आरोप लगाया है।
बिहार के लेनिन के नाम से विख्यात जगदेव प्रसाद के पुत्र नागमणि का बिहार के कुशवाहा समाज पर अच्छी पकड़ मानी जाती रही है। हाल ही में नीतीश कुमार के साथ मंच साझा करने के बाद नागमणि को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।
नागमणि ने पार्टी से त्यागपत्र देने के बाद कहा कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र का अभाव है। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के महासचिव माधव आनंद के तार 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी शशि रूईया से जुड़े हैं और पैसों के लोभ में उपेन्द्र कुशवाहा उन्हें मोतिहारी से प्रत्याशी बनाने की तैयारी कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के समय भी लगा था टिकट बेचनें का आरोप
वर्ष 2015 में विधानसभा चुनाव के समय भी रालोसपा प्रमुख पर पार्टी के कार्यकर्ता अशोक गुप्ता ने टिकट बेचने का आरोप लगाया था। सोशल मीडिया में भी वह वीडियो काफी वायरल हुआ था। अब एक बार फिर से चुनाव के टिकट बंटवारे से पूर्व उनके उपर यह गंभीर आरोप लगाया गया है।
रालोसपा ने आरोप को बताया बेबुनियाद
पार्टी के वरिष्ठ नेता नागमणि के आरोपों को पार्टी के प्रधान महासचिव सत्यानंद प्रसाद दांगी ने बेबुनियाद बताया है। वहीं उपेन्द्र कुशवाहा ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।