बिहार में अतिथि शिक्षकों की सेवाओं पर तलवार लटक रही है। खबरों के अनुसार प्लस टू विद्यालयों से अतिथि शिक्षकों की सेवा समाप्त होने वाली हैं। इसको लेकर शिक्षा विभाग के पास जिलों से सूची भेज दी गई है। बिहार में बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति होनी है ऐसे में शिक्षकों की नियुक्ति होते ही ये अतिथि शिक्षक हटा दिये जाएंगे।
आपको बता दें कि सूबे में हाई स्कूल और प्लस टू स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है। शिक्षकों के चयन के लिए नियोजन इकाईयां बनाई गई हैं। शिक्षकों की कमी को देखते हुए राज्य के प्लस टू स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी।
अतिथि शिक्षकों का विरोध
गौरतलब है कि सरकार के इस फैसले का राज्य के अतिथि शिक्षक अभी से ही विरोध करने लगे हैं। उनका कहना है कि अतिथि शिक्षकों के आने से बिहार में +2 स्कूलों का रिजल्ट अच्छा हुआ है। उनका कहना है कि +2 स्कूलों में नियुक्त सभी अतिथि शिक्षक योग्यताधारी हैं और सभी के पास स्नातकोत्तर एवं बीएड की डिग्री है ऐसे में सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जो मुहिम चला रही है उसे शिक्षक पूरा कर रहे हैं। अगर उन्हें हटा दिया गया तो ये फिर बेरोजगार हो जाएंगे। शिक्षकों ने बताया कि उनकी इस मांग पर मंत्री ने सरकार के समक्ष उनकी बात रखने का आश्वासन दिया है।
नियुक्ति दिसंबर से पहले होनी है
आपको बता दें कि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके मद्देनजर सरकार शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है। विभाग के मुताबिक दिसंबर से पहले माध्यमिक और प्लस-टू विद्यालयों में कुल 48 हजार खाली पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है। इसके लिए जुलाई में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) भी ली जाएगी।