दीपावली के दिन लोग सुख व समृद्धि की आकांक्षा करते हैं मगर बिहार के बेगूसराय में अपराधियों ने एक परिवार की जिंदगी ही खत्म कर दी। दिवाली के दिन बिहार का बेगूसराय ट्रिपल मर्डर से दहल उठा। अपराधियों ने दीपावली की देर रात घर में घुसकर पति-पत्नी व बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। पटाखों के शोर में लोग जबतक कुछ समझ पाते, अपराधी वारदात को अंजाम दे आराम से निकल गए।
बेगूसराय के सिंघौल थाना क्षेत्र स्थित मचहा गांव में दीपावली की देर रात बेखौफ अपराधियों ने एक ही परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। गोलीबारी में कुणाल सिंह, उनकी पत्नी कंचन देवी व बेटी सोनम कुमारी की मौके पर ही मौत हो गई। अपराधियों ने घर के बाहर आतिशबाजी कर रहे कुणाल सिंह के दो बेटों शिवम व शुभम को भी निशाना बनाया, लेकिन गोली खत्म हो जाने की वजह से उनकी जान बच गई।
भाई पर लगा हत्याकांड का आरोप, आपसी रंजिश का मामला
इस तिहरे हत्याकांड का आरोप कुणाल सिंह के छोटे भाई विकास सिंह पर लगा है। विकास पहले दो हत्याकांडों के सिलसिले में जेल जा चुका है। उसपर अपने चाचा व चाची की हत्या के आरोप हैं। वह हाल ही में एक डकैती के मामले में जमानत पर जेल से बाहर आया है। तिहरे हत्याकांड के तार पहले के दो हत्याकांडों से जुड़े बताए जा रहे हैं। कुणाल सिंह के चाचा की चार साल पहले हत्या कर दी गई थी, जिसकी चश्मदीद गवाह उनकी पत्नी थीं। इस कारण तीन साल पहले कुणाल सिंह की चाची की भी हत्या कर दी गई थी। दोनों हत्याओं में विकास आरोपित है। चाची की हत्या के गवाह खुद कुणाल सिंह थे। कुणाल सिंह पर इस हत्याकांड में गवाही नहीं देने का दबाव था। कुणाल सिंह की हत्या के पीछे यही कारण बताया जा रहा है।
विकास ने हत्या के लिए दीपावली की रात को खासकर के चुना। दीपावली के कारण चारो ओर पटाखों की गूंज में गोलीबारी की आवाज को लोगों ने आतिशबाजी समझा और वह हत्या कर आराम से भागने में सफल रहा। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।