बिहार में बाढ़ (Bihar Floods) की तबाही और लगातार बारिश (Bihar Rains) से फिलहाल राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक 13 अगस्त तक सूबे में मॉनसून (Monsoon in Bihar) की जबरदस्त बारिश जारी रहेगी। मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि बिहार के 17 जिलों में जोरदार बारिश का दौर अगले तीन सप्ताह जारी रहेगा। अभी तक राज्य में मॉनसून की स्थिति सामान्य से 50 फीसदी ज्यादा रही है।
बिहार के इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
मौसम विभाग ने बताया है कि बिहार के इन 17 में से 11 जिलों में बारिश का खतरा सबसे ज्यादा है। आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 11 जिलों- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया एवं सारण के 86 प्रखंडों के 625 पंचायतों की 1495132 आबादी बाढ़ से प्रभावित हैं। वहां निकाले गए 136464 लोग 14011 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। दरभंगा जिले में सबसे अधिक 12 प्रखंडों के 131 पंचायतों की 536846 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।
बिहार में अब तक औसत से 50 फीसदी ज्यादा बारिश
एक तरफ बिहार समेत देश के कई इलाके भारी बारिश और बाढ़ से जूझ रहे हैं, वहीं उत्तर-पश्चिम भारत मॉनसून की बेरुखी झेल रहा है। चालू मॉनसून सीजन में अब तक बिहार में औसत से 50 फीसदी अधिक वर्षा हुई है जबकि उत्तर-पश्चिम भारत में औसत से 18 फीसदी कम बारिश हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से मिली जानकारी के मुताबिक, चालू मॉनसून सीजन के दौरान एक जून से लेकर 26 जुलाई तक बिहार में 690.7 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस दौरान औसत बारिश 460.3 मिलीमीटर होती है। इस तरह बिहार में औसत से 50 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।
बता दें कि पूरब और पूर्वोत्तर भारत में इस साल मॉनसून के दौरान अब तक 806.4 मिलीमीटर बारिश हुई है जोकि औसत से 13 फीसदी ज्यादा है। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत में 26 जुलाई तक 203.7 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इस दौरान इलाके में औसत बारिश 248.8 मिलीमीटर होती है। मध्य भारत में औसत से दो फीसदी ज्यादा बारिश हुई है।