Birthday Special: हिंदी सिनेमा का सबसे हसीन चेहरा, पढ़िए मधुबाला की कहानी

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Birthday Special: इसमें कोई दो राय नहीं कि मधुबाला (Madhubala) हिंदी सिनेमा की बहुत ही बेहतरीन और टैलेंटेड अदाकारा थी। एक्टिंग के साथ-साथ उनकी खूबसूरती के भी लोग दीवाने थे। चुलबुली, नटखट इस अदाकारा ने अपने समय में कई सुपरहिट फिल्में दी।   हिंदी सिनेमा के सबसे खूबसूरत चेहरों की जब भी बात होती है तो मधुबाला (Madhubala)  का नाम सबसे पहले आता है।


मधुबाला ( Madhubala)की खूबसूरती का अंदाजा लगाना हो तो 1990 में एक फिल्मी पत्रिका मूवी के बॉलीवुड की ऑल टाइम ग्रेटेस्ट अभिनेत्रियों की लोकप्रियता वाले सर्वेक्षण को देखिए, उसमें 58 फीसदी लोगों के वोट के साथ मधुबाला नंबर एक पर रहीं थीं। उनके आसपास कोई दूसरा नहीं पहुंच पाया था। 14 फरवरी को मधुबाला का जन्मदिन होता है। मधुबाला (Madhubala) के बचपन का नाम मुमताज जहां देहलवी था। इनके पिता का नाम अताउल्लाह और माता का नाम आयशा बेगम था।

मधुबाला के दिल में छेद था और 36 साल की कम उम्र में ही वो इस दुनिया से चल बसीं। .मधुबाला ने उस समय के सफल अभिनेता अशोक कुमार, रहमान, दिलीप कुमार और देवानंद जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था। मधुबाला एक ऐसी हीरोइन रहीं जिनके चर्चे बॉलीवुड ही नहीं बल्कि विदेशों और हॉलीवुड में भी फैले हुए थे। उनकी खूबसूरती और लोकप्रियता का आलम ये था कि ऑस्कर अवॉर्ड विनर निर्देशक फ्रैंक कापरा मधुबाला को हॉलीवुड में ब्रेक देने का मन भी बना चुके थे, लेकिन मधुबाला का मकसद हॉलीवुड नहीं था, वो तो बस बॉलीवुड में छा जाना चाहती थीं।


एक तरफ सफलता उनके कदम चूमने को तैयार थी तो वहीं दूसरी ओर गंभीर बीमारियाँ काल बनकर उनके साथ चल रही थीं। मधुबाला को इस काल का अहसास भी नहीं था। मधुबाला को एक दो नहीं बल्कि कई गंभीर बीमारियाँ थीं, जिनके चलते ना सिर्फ मधुबाला का करियर खत्म हो गया बल्कि इसने उनकी जिंदगी को लील लिया।

मधुबाला (Madhubala) के ना सिर्फ दिल में छेद था बल्कि फेफड़ों में भी परेशानी थी। इसके अलावा उन्हें एक और गंभीर बीमारी थी जिसमें उनके शरीर में आवश्यक मात्रा से ज्यादा खून बनने लगता था और ये खून उनकी नाक और मुंह से बाहर आता था। ये खून तब तक निकलता रहता जब तक कि उसे शरीर से न निकाल दिया जाए।

हालत इतनी खराब थी कि डॉक्टर रोज घर आते और मधुबाला के शरीर से कई बोतल खून निकालकर ले जाते ताकि खून निकलना बंद हो जाए। दिनोंदिन मधुबाला की हालत गिरती जा रही थी। एक वक्त ऐसा भी आया जब मधुबाला का सांस लेना दूभर हो गया और हर चार घंटे में उन्हें ऑक्सीजन देनी पड़ती थी। मधुबाला को उनकी बीमारियों ने इस कदर जकड़ लिया था कि नौ सालों तक वो बिस्तर पर ही पड़ी रहीं।

आपको इस बात का अंदाजा भी नहीं होगा कि जिस अभिनेत्री की खूबसूरती की दुनिया दीवानी थी आखिरी दिनों में उसकी हालत बेहद खराब हो गई। मधुबाला  (Madhubala) अपने आखिरी दिनों में सिर्फ हड्डियों का ढांचा भर रह गई थी। बड़ी ही दर्दनाक और दुखद जिंदगी रही मधुबाला की। ना तो निजी जिंदगी में प्यार मिला और ना ही प्रोफेशनल जिंदगी में वो लंबा करियर तय कर पाईं, मिला तो बस अकेलापन, दुख दर्द और बीमारियों और मौत का साथ।

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