नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| सोशल मीडिया पर अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) और उसके अधिकारियों एवं वाणिज्यिक भागीदारों के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट करने के मामले में एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी ने मिनर्वा पंजाब के मालिक रंजीत बजाज को आधिकारिक रूप से चेतावनी देकर छोड़ दिया है।
आईएएनएस से बात करते हुए कमेटी के चेयरमैन अमोद कांथ ने कहा, “हमने उनसे के साथ बातचीत की और उन्हें अपमानजनक ट्वीट करने के लिए आधिकारिक रूप से फटकार लगाई है। उनके द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा बिल्कुल भी उचित नहीं थी। वह हमारे सामने उपस्थित हुए और उन्होंने इस तथ्य को स्वीकार किया कि भाषा उचित नहीं थी।”
यह पूछे जाने पर कि क्या बाजाज पर किसी प्रकार का मौद्रिक जुमार्ना भी लगाया गया है? कांथ ने कहा, “बजाज अपने वकील के साथ उपस्थित हुए और हमने उन्हें चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि वह दोबारा ऐसा नहीं करेंगे।”
कांथ ने कहा कि गोपनीय दस्तावेज को सार्वजनिक डोमेन में लाने जैसे कई अन्य मुद्दे भी थे, लेकिन बजाज को ट्वीट की भाषा के कारण फटकार लगाई गई।
बजाज को 10 जुलाई को एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी द्वारा कारण बताओ नोटिस भेजा गया था और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था। यह नोटिस बजाज केकार्यो और भारतीय फुटबाल एवं महासंघ की छवि पर उसके प्रभाव से जुड़ा हुआ था।
इस नोटिस में आई-लीग टीम के मालिक द्वारा किए गए लगभग 45 अपमानजनक ट्वीट और रीट्वीट के बारे में बताया गया।