उत्तर प्रदेश : भाजपा सांसद और इटावा से प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया ने दारोगा को पीटा, FIR दर्ज

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लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 18 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 91 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। लेकिन वोटिंग के बीच यूपी के इटावा से खबर आई है कि यहां के बीजेपी प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया ने कथित तौर पर एक दारोगा के साथ मारपीट की है।

क्या है पूरा मामला?

दारोगा गीतम पाल के मुताबिक, बीजेपी के इटावा से प्रत्याशी  रामशंकर कठेरिया  10 अप्रैल को चुनावी सभा कर रहे थे। 50 गाड़ियों के काफिले के साथ चल रहे थे। नियम अनुसार मतदान के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार थम जाना चाहिए। दारोगा के मुताबिक जब वो चुनावी सभा को रोकने गए। तो रामशंकर कठेरिया उनके साथ बदसलूकी करने लग गए। दरोगा ने बताया की जब वो इसे अपने फोन से रिकॉर्ड करने लगे,  सबूत के तौर पर तभी कठेरिया के समर्थकों ने उनका फोन छीन लिया और उनकी पीटने लगे।


दारोगा गीतम पाल ने बताया कि वो बस चुनावी सभा रोकने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कठेरिया कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थे। दारोगा ने जब बदसलूकी को लेकर आपत्ति जताई तब वो और भड़क गए और समर्थकों के साथ उन्हें पीटने लगे। उन्होंने ये भी बताया कि मौके पर स्थानीय विधायक भी थीं, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया। बस चुप-चाप देखती रहीं।

तस्वीर: द लल्लनटॉप

बीजेपी प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया ने इस मामले पर कहा कि उन्होंने दारोगा के साथ किसी भी तरह की मारपीट नहीं की। उनकी माने तो दारोगा गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने ऐसा कुछ किया ही नहीं है।

आपको बता दें कि इस मामले में दारोगा ने एफआईआर दर्ज करा दी है। इस  मामले में रामशंकर कठेरिया के अलावे 40 और लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।


गौरतलब है कि रामशंकर कठेरिया के खिलाफ पहले भी आचार संहिता तोड़ने को मामला सामने आया था। अब रामशंकर कठेरिया के खिलाफ मंगलवार यानी 9 अप्रैल को गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। 2012 के एक मामले में कोर्ट में हाज़िर नहीं होने के कारण ये वारंट एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट की तरफ से जारी किया गया है। कोर्ट ने कहा है कि अगर 30 मई तक वो कोर्ट में हाज़िर नहीं हुए तो उनके खिलाफ कुर्की का नोटिस जारी कर दिया जाएगा।

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