आगामी लोकसभा चुनाव में कई बनते- बिगड़ते समीकरण देखने को मिल सकते है। कई मौजूदा सांसदों के सीट से टिकट कटने की खबर आ रही है तो पार्टीयां कई नए चहरों पर भी दांव लगा रही है। ऐसे में छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सभी 10 सांसदों के लिए बुरी खबर है। पार्टी इस बार सूबे में किसी भी मौजूदा सांसद को टिकट नहीं देगी। छत्तीसगढ़ बीजेपी के इंचार्ज और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन ने कहा है कि सभी 10 सांसदों को बदला जाएगा। अनिल जैन के मुताबिक, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है। यह फैसला ऐसे समय में किया गया है जब पिछले साल राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था।
नये उम्मीदवारों और नये उत्साह के साथ चुनाव लड़ेगी भाजपा
आपको बता दें कि बीजेपी ने अभी अपने उम्मीदवारों की कोई भी सूची जारी नहीं की है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने आगामी आम चुनाव के लिए यहां उम्मीदवारों को लेकर विचार विमर्श किया। केंद्रीय समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी शामिल थे। जैन ने संवाददाताओं से कहा, ”हमने नये उम्मीदवारों और नये उत्साह के साथ चुनाव लड़ने का निर्णय किया है।”
ऐंटी इन्कंबेंसी का राज्य में माहौल
गौरतलब है कि राज्य में सांसदों को लेकर ऐंटी इन्कंबेंसी का भी माहौल है। पार्टी नेता अनिल जैन ने कहा कि बीजेपी छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर नए उम्मीदवार उतारेगी और सभी सीटों पर जीत हासिल करेगी। वहीं, कांग्रेस ने 11 में से 5 आरक्षित सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है पार्टी के इस फैसले का मतलब है कि केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साई और सात बार के लोकसभा सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश बैस को चुनावों में नहीं उतारा जाएगा।
विधानसभा चुनाव में करारी हार का मलाल
गौरतलब है की भाजपा को पिछले साल विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी अपना खोया हुआ आधार फिर से पाने का प्रयास कर रही है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य में 68 सीटें जीती थी। राज्य में 15 साल शासन कर चुकी भाजपा को 15 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था। दोनों दलों की वोट हिस्सेदारी में 10 प्रतिशत का अंतर था।