पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ‘गणतंत्र बचाओ’ अभियान शुरू किया है। बीजेपी इस अभियान की लॉन्चिंग के ठीक एक दिन बाद खूब चर्चा में छाई हुई है। बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक ऐसा बयान दिया जिस पर बवाल मचना तय था।
दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने अपने विरोधियों को ‘जूता मारने’ की बात कही है। उत्तरी परगना जिले में रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिलीप घोष ने कहा, हम उन्हें जूते से मारेंगे, उनके कपड़े उतार देंगे और फिर उनकी जमकर पिटाई करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं आपको बता दूं कि दिलीप घोष जो बोलता है वही करता है। मैंने आप लोगों से कहा नहीं था कि 2019 में टीएमसी सिमट कर आधे पर आ जाएगी? घोष ने कहा, हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे जो पुलिस के दम पर लोगों को डराते धमकाते हैं। हम हर रिकॉर्ड रख रहे हैं। सरकार बनने के बाद हम ब्याज के साथ सब कुछ हिसाब चुकता कर देंगे।
दिलीप घोष ने कहा, आप याद रखें कि एक साल बाद आपके साथ क्या होगा, क्या आप अपने परिवार और बच्चों का चेहरा नहीं देख सकते हैं। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। आपके बच्चे अपनी शिक्षा समाप्त करने में सक्षम नहीं होंगे। वे डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बन पाएंगे।
हम सुनिश्चित करेंगे कि वे प्रवासी श्रमिक बनें। हम उनके जीवन में शांति को नष्ट कर देंगे। घोष ने बंगाल पुलिस को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि वे फेसबुक पोस्ट के जरिए भी लोगों की गिरफ्तारी कर रहे हैं, जो पोस्ट मुख्यमंत्री या उनके भतीजे पर होते हैं, उन पर भी गिरफ्तारी हो रही है।
घोष ने कहा, हम बंगाल में लोकतंत्र चाहते हैं और बिना लोकतंत्र के कोई भी राजनीतिक पार्टी चाहे वह कांग्रेस (Congress) हो, सीपीआईएम (CPIM) या बीजेपी (BJP) हो, वह टिक नहीं सकती। मैं सीपीएम (CPM) और कांग्रेस के साथियों से अपील करता हूं, आइए हम सब साथ मिलकर बदलाव लाएं।
घोष के इस बयान की टीएमसी ने कड़ी निंदा की है। बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि वे अशिक्षित और असभ्य इंसान हैं। कल्याण बनर्जी ने कहा, मैं उन्हें चुनौती देता हूं, अगर हिम्मत है तो सबसे पहले मुझे जूता मार कर दिखाएं।